जमशेदपुरः देशभर में डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन से विवाद और चिकित्सकों पर हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) मुखर होने लगी है. चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर आईएमए देशव्यापी राष्ट्रीय प्रोटेस्ट दिवस मनाने की तैयारी में है. जमशेदपुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. उमेश खां ने बताया कि आज डॉक्टर असुरक्षित माहौल में काम कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि पूरे देश में डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए एक कानून लागू किया जाए.
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डॉ. उमेश खां ने कहा कि देशभर में डॉक्टर और अस्पताल पर लगातार हो रहे हमले के चलते डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जिसे देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर विगत कई वर्षों से लगातार सरकार से मांग कर रही है कि डॉक्टर्स को कानून की सुरक्षा प्रदान किया जाय. आईएमए का कहना है कि अब तक कानून की सुरक्षा प्रदान नहीं किया गया. इससे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 18 जून 2021 को राष्ट्रीय प्रोटेस्ट दिवस मनाने का निर्णय लिया है. जमशेदपुर के साकची स्थित आईएमए भवन में जमशेदपुर आईएमए की टीम ने मीडिया को इसकी जानकारी दी.
अस्पताल को प्रोटेक्ट जोन घोषित करने की मांग
जमशेदपुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. उमेश खां ने बताया कि डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर देश के 22 राज्यों ने प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया गया है लेकिन अब भी कई ऐसे राज्य हैं जहां आए दिन डॉक्टर्स के साथ मारपीट की घटना घटती है और अस्पतालों में तोड़फोड़ किया जाता है. ऐसे हालात में डॉक्टर खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. आईएमए का कहना है कि पूरे देश में एक सा ही कानून लागू किया जाए. जमशेदपुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. उमेश खान ने बताया कि आईएमए की ओर से डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर 18 जून 2021 को देशव्यापी नेशनल प्रोटेस्ट दिवस मनाया जाएगा. इस दिन डॉक्टर काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार से हमारी मांग है कि अस्पताल को प्रोटेक्टेट जोन घोषित किया जाए. डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए पूरे देश में एक कानून लागू किया जाए, जिससे डॉक्टर निर्भीक होकर काम कर सकें.