जमशेदपुर: जुगसलाई रेलवे फाटक के पास बिष्टुपर के रहने वाले पिता और पुत्री ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली थी. शुक्रवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पीड़ित परिवार के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी ली. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस घटना से मर्माहत हूं, राज्य के डीजीपी और गृह सचिव से बात कर मामले का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें: पिता-पुत्री ने दस्तावेज फाड़कर उड़ाए, चिल्लाए-कब मिलेगा इंसाफ और कूद गए मालगाड़ी के सामने
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सह झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता दोहरे आत्महत्या कांड मामले में बिष्टुपर स्थित पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और दुख व्यक्त किया. इस दौरान सिख समुदाय के कई प्रबुद्ध लोग भी उनके साथ थे. स्वास्थ्य मंत्री ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जताई.
जान देने से पहले व्यक्ति ने लिखा सुसाइड नोट
30 जून की शाम जुगसलाई रेलवे फाटक के पास बिष्टुपर निवासी एक पिता और पुत्री ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी थी. घटना को अंजाम देने से पहले व्यक्ति ने सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें आरोप लगाया था कि उसके बड़े भाई ने उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. इस मामले में बिष्टुपर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जांच में आरोपी को दोषी पाए जाने के बाद भी पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया, जबकि आरोपी का हाई कोर्ट से बेल रिजेक्ट कर दिया गया है, गिरफ्तारी वारंट है, उसके बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है.
इसे भी पढ़ें: जमशेदपुर पिता-पुत्री सुसाइड पर सियासतः DGP का दावा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
अनुसंधानकर्ता एसआई लाइन हाजिर
व्यक्ति ने पत्र में लिखा था कि आरोपी और उसके रिश्तेदार मामले को वापस लेने के लिए लगातार धमकी दे रहे हैं, 25 जून की रात घर मे घुसकर मारपीट भी की गई, जिसके बाद से पूरा परिवार दहशत में है. मैं और मेरी बेटी मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या कर रहा हूं. वहीं घटना के बाद आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया है. उसकी पत्नी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. घटना के बाद अनुसंधानकर्ता एसआई अमरेंद्र मंडल को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाया सवाल
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि इस परिवार को इतना प्रताड़ित किया गया कि पिता और पुत्री ने आत्महत्या कर ली. घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जिस तरह की बातें सामने आई हैं, कहा नहीं जा सकता. मामले में राज्य के डीजीपी और गृह सचिव से मुलाकात कर स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा, जिससे दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके. स्वास्थ्य ने कहा कि पीड़ित परिवार की बातों को सुनने के बाद स्पष्ट है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है.