घाटशिला: हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के सुरदा खान समूह में कार्यरत 1 हजार 600 ठेका मजदूरों ने अर्द्धनग्न होकर धरना प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि उन्हें अप्रैल महीने का बकाया वेतन दिया जाए.
मजदूरों को नहीं मिला वेतन
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के सुरदा खान समूह की लीज 31 मार्च तक की ही थी. इसी दौरान 22 मार्च से कोरोना संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी. हालांकि, कंपनी प्रबंधक ने मार्च महीने का वेतन मजदूरों को दे दिया है, लेकिन 31 मार्च के बाद कंपनी प्रबंधक ने गेट पर 'नो वर्क नो पेमेंट' की नोटिस चिपका दी है और नोटिस में यह भी लिखा कि लीज नवीकरण नहीं होने के कारण कंपनी को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है.
लीज नवीकरण की प्रक्रिया
कंपनी में कार्यरत मजदूरों का कहना है कि भारत सरकार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी मजदूरों को वेतन दिया जाना है. उसी का हवाला देते हुए वो मांग कर रहे हैं कि उनको भी बकाया वेतन मिलना चाहिए और लीज नवीकरण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करके खदान को फिर से चालू किया जाना चाहिए, ताकि यहां के कार्यरत मजदूर जो अभी बेरोजगार है, उन्हें रोजगार मिल सके. बकाये वेतन को लेकर मजदूर यूनियन ने प्रबंधक से भी कई बार गुहार लगाई, लेकिन कुछ नतीजा नहीं निकला. इस वजह से शुक्रवार को अर्द्धनग्न होकर प्रशासनिक भवन सुरदा कार्यालय में धरना पर बैठ गए. मजदूरों की मांग है कि जल्द से जल्द उनकी मांगों पर पहल होनी चाहिए.
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वेतन की मांग
घाटशिला विधायक रामदास सोरेन ने भी कंपनी की लीज नवीकरण को लेकर कंपनी प्रबंधक और राज्य के मुख्यमंत्री से चर्चा की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. पूर्वी सिंहभूम सांसद विद्युत वरण महतो ने भी लीज नवीकरण को लेकर हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के सीएमडी से वार्ता की और मजदूरों को वेतन देने की मांग की है, लेकिन प्रबंधक ने कहा कि अभी लीज नवीकरण नहीं हुआ है. इसलिए वो मजदूरों को वेतन देने में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि वो इस बात को बोर्ड ऑफ मीटिंग में रखेंगे. सांसद ने कंपनी के सीएमडी से मजदूरों कुछ सहयोग राशि देने की अपील की है.
धरना प्रदर्शन न करने की सलाह
वहीं, मुसाबनी थाना प्रभारी धरना स्थल पर पहुंचे और मजदूरों को समझाया कि लॉकडाउन के कारण धारा 144 लगा है. इस समय धरना प्रदर्शन न करें. नहीं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मजदूर समझ गए और अपने-अपने घर चले गए.