जमशेदपुर: चक्रवाती तूफान यास के कारण हो रही लगातार बारिश से खरकाई नदी का जलस्तर बढ़ गया है. खरकई नदी खतरे के निशान पर है, जिसके कारण बागबेड़ा और आसपास के तटीय इलाके बाढ़ की चपेट में आ गया है. बागबेरा बडौदा घाट से बागबेड़ा का संपर्क टूट गया है. जिला प्रशासन की टीम क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर रही है और एनडीआरएफ की टीम की मदद से लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है.
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एडीएम लॉ एंड ऑर्डर ने बताया है कि कई लोग हठधर्मिता के कारण अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं, उन्हें समझा-बुझाकर बाहर लाया गया है. वहीं सिटी एसपी ने बताया कि शेल्टर हाउस में रहने वाले लोगों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए जवान तैनात कर दिए गए हैं.
26 मई से लगातार हो रही बारिश
जमशेदपुर में चक्रवाती तूफान यास का प्रभाव 26 मई से देखने को मिल रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण शहर में जल जमाव हो गया है. वहीं शहर से होकर बहने वाली खरकई नदी और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. ओडिशा के बयांगबिल डैम से पानी छोड़े जाने के कारण खरकई नदी खतरे के निशान पर है, जिसके कारण नदी किनारे बसे कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गया है. जिला प्रशासन की टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लगातार दौरा कर रही है. तटीय इलाके में रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर लाया जा रहा है.
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लोगों का किया जा रहा रेस्क्यू
खरकई नदी का जल स्तर बढ़ने से बागबेड़ा बड़ौदा घाट से बागबेड़ा का संपर्क टूट गया है. मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी आने से रास्ता बंद हो गया है. नया बस्ती और आस पास के 4 सौ के करीब घर बाढ़ की चपेट में है. एनडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू कर लोगों को घरों से बाहर लाया जा रहा है. एडीएम लॉ एंड ऑर्डर एनके लाल ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और बढ़ने की संभावना है, लोगों को एडीआरएफ की मदद से सुतक्षित बाहर निकाला जा रहा है, लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो घरों से बाहर नहीं आना चाहते हैं, उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे वो सुरक्षित रह सकें. बाढ़ प्रभावित इलाके से रेस्क्यू किये गए परिवार वालों को जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए शेल्टर होम में रखा जा रहा है. सीटीएसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि शेल्टर होम में ठहरने वालों के लिए खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है, वहीं उनकी सुरक्षा के लिए जवानों को तैनात कर दिया गया है.