जमशेदपुर: कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के उद्देश्य से पूर्वी सिंहभूम में अंतर राज्य और अंतर जिला सीमा पर स्थित चेक नाका पर कार्यरत वीएलई (प्रज्ञा केंद्र संचालकों) की बैठक बुधवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में संपन्न हुई.
उपायुक्त ने प्रज्ञा केंद्र संचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार उन्होंने कोविड-19 के दौरान चेक नाका पर विषम परिस्थिति में भी कार्य किया है, निश्चित रूप से वह सराहनीय है. उनके सहयोग से जिला प्रशासन पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोक पाने में सफल रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी ओर से जुटाई गई जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है. जिसके आधार पर कोरोना वायरस से संक्रमित को ट्रेस करने में काफी सहूलियत हुई है. उपायुक्त ने प्रज्ञा केंद्र संचालकों से इसी प्रकार सहयोग करने की अपील की है.
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उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जल्द ही उनके योगदान को देखते हुए उन्हें रिवार्ड दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेहतर प्रदर्शन करने वालों को जिला प्रशासन की ओर से प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया जाएगा. पूर्वी सिंहभूम जिला के अंतर राज्य और अंतर जिला सीमा पर 13 चेक नाका स्थित है, जहां अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की संपूर्ण जांच करने के साथ ही उनसे संबंधित संपूर्ण जानकारी एकत्रित किए जा रहे हैं. जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके. पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित विभिन्न स्थानों पर 13 चेक नाका में लगभग 36 प्रज्ञा केंद्र संचालक कार्यरत हैं. इनके सहयोग से अन्य राज्यों और अन्य जिलों से आने वाले लोगों संबंधित संपूर्ण जानकारी डिजिटली एकत्रित किया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्य रूप से अपर जिला दंडाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.