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फर्जी दिव्यांग का प्रमाण पत्र बनाकर टैक्स से राहत दिलाने वाले CA और टैक्स प्रैक्टिशनर पर नजर: मुख्य आयकर आयुक्त

जमशेदपुर के सर्किट हाउस स्थित आयकर विभाग कार्यालय में मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि फर्जी दिव्यांग का प्रमाण पत्र बनाकर टैक्स से राहत दिलाने वाले सीए या टैक्स प्रैक्टिशनर पर विभाग की नजर है.

Chief Income Tax Commissioner Rakesh Mishra interacted with reporters in Jamshedpur
मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा
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Published : Feb 1, 2020, 2:04 PM IST

जमशेदपुर: मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने जमशेदपुर के सर्किट हाउस स्थित आयकर विभाग कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कहा कि फर्जी दिव्यांग का प्रमाण पत्र के सहारे आयकर दाताओं को टैक्स से राहत दिलाने वाले सीए या टैक्स प्रैक्टिशनरों पर भी आयकर विभाग की नजर है. क्योंकि दिव्यांग के नाम पर टैक्स चोरी करने का मामला हजारीबाग में पकड़ा गया है.

देखें पूरी खबर

वहीं, ऐसे कई मामले जमशेदपुर समेत अन्य जगहों में भी नजर आए हैं. विभाग वैसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कई ऐसे लोग हैं जो जीएसटी तो दे रहे हैं, लेकिन आयकर रिटर्न नहीं भर पा रहे हैं. विभाग ने वैसे लोगों को भी चिन्हित कर लिया है, अगर वह रिटर्न समय पर नहीं भरते हैं तो उनके बैंक खाते को भी सीज किया जा सकता है.

वहीं, आयकर आयुक्त ने भी माना कि झारखंड का जमशेदपुर सर्किल अपने लक्ष्य से 200 करोड़ पीछे चल रहा है. इस नाते विवाह टैक्स के मामले में कोई राहत नहीं देने वाली है. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर सर्किल का 2019-2020 के वित्तीय वर्ष में 459.15 करोड़ रूपया लक्ष्य था, जबकि विभाग ने 251.83 करोड़ रूपए की वसूली की है.

ये भी देखें- बजट 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज पेश करेंगी मोदी सरकार 2.0 का पहला पूर्ण बजट

विभाग करीब दो सौ करोड़ लक्ष्य से पीछे चल रहा है. जिसके लिए विभाग की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं, झारखंड में आयकर विभाग का लगभग 3337 करोड़ रुपया का बकाया है. जिसमें कोल्हान में करीब 300 करोड रुपए बकाए की राशि शामिल है, जिसकी वसूली के आदेश दे दिए गए हैं.

आयकर आयुक्त ने बताया कि विभाग के पास टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध है. वित्तीय वर्ष 2015- 2016 में 458 और 2016 -2017 में 889 करदाता ने कर वंचना की गई थी. इसके अलावा कई ऐसे मामलों को पकड़ा गया है, जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोगों का टैक्स चोरी करने में सहयोग किया जा रहा है.

जमशेदपुर: मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने जमशेदपुर के सर्किट हाउस स्थित आयकर विभाग कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान कहा कि फर्जी दिव्यांग का प्रमाण पत्र के सहारे आयकर दाताओं को टैक्स से राहत दिलाने वाले सीए या टैक्स प्रैक्टिशनरों पर भी आयकर विभाग की नजर है. क्योंकि दिव्यांग के नाम पर टैक्स चोरी करने का मामला हजारीबाग में पकड़ा गया है.

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वहीं, ऐसे कई मामले जमशेदपुर समेत अन्य जगहों में भी नजर आए हैं. विभाग वैसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कई ऐसे लोग हैं जो जीएसटी तो दे रहे हैं, लेकिन आयकर रिटर्न नहीं भर पा रहे हैं. विभाग ने वैसे लोगों को भी चिन्हित कर लिया है, अगर वह रिटर्न समय पर नहीं भरते हैं तो उनके बैंक खाते को भी सीज किया जा सकता है.

वहीं, आयकर आयुक्त ने भी माना कि झारखंड का जमशेदपुर सर्किल अपने लक्ष्य से 200 करोड़ पीछे चल रहा है. इस नाते विवाह टैक्स के मामले में कोई राहत नहीं देने वाली है. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर सर्किल का 2019-2020 के वित्तीय वर्ष में 459.15 करोड़ रूपया लक्ष्य था, जबकि विभाग ने 251.83 करोड़ रूपए की वसूली की है.

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विभाग करीब दो सौ करोड़ लक्ष्य से पीछे चल रहा है. जिसके लिए विभाग की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं, झारखंड में आयकर विभाग का लगभग 3337 करोड़ रुपया का बकाया है. जिसमें कोल्हान में करीब 300 करोड रुपए बकाए की राशि शामिल है, जिसकी वसूली के आदेश दे दिए गए हैं.

आयकर आयुक्त ने बताया कि विभाग के पास टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध है. वित्तीय वर्ष 2015- 2016 में 458 और 2016 -2017 में 889 करदाता ने कर वंचना की गई थी. इसके अलावा कई ऐसे मामलों को पकड़ा गया है, जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोगों का टैक्स चोरी करने में सहयोग किया जा रहा है.

Intro:जमशेदपुर । फर्जी दिव्यांग का प्रमाण पत्र के सहारे आयकर दाताओं को टैक्स से राहत दिलाने वाले सीए या टैक्स प्रैक्टिशनरो भी आयकर विभाग की नजर है।: क्योंकि दिव्यांग के नाम पर टैक्स चोरी करने का मामला हजारीबाग में पकड़ा गया है और ऐसे कई मामले जमशेदपुर समेत अन्य कई सर्किलो मे भी नजर में हैं । विभाग वैसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है उक्त बातें जमशेदपुर में मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने कही। वी जमशेदपुर में सर्किट हाउस स्थित आयकर विभाग कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कई ऐसे लोग हैं जो जीएसटी तो दे रहे हैं लेकिन आयकर रिटर्न नहीं भर पा रहे हैं विभाग ने वैसे लोगों को भी चिन्हित कर लिया है अगर वह रिटर्न समय पर नहीं भरते हैं तो उनकी बैंक खाते को भी सीज किया जा सकता है।




Body: वही आयकर आयुक्त ने भी माना कि झारखंड का जमशेदपुर सर्किल अपने लक्ष्य से 200 करोड़ पीछे चल रहा है इस नाते विवाह टैक्स के मामले में कोई राहत नहीं देने वाली है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर सर्किल का 2019 2020 के वित्तीय वर्ष में 459.15 करोड रूपया लक्ष्य था.।
जबकि विभाग को 251.83 करो ङ रूपए की वसूली की गई है।विभाग करीब दो सौ करोङ लक्ष्य से पीछे चल रहा है। जिसके लिए विभाग की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं झारखंड में आयकर विभाग का लगभग 3337 करोड़ रुपया का बकाया है जिसमें कोल्हान में करीब 300 करोड रुपए बकाए की राशि शामिल है जिसकी वसूली के आदेश दे दिए गए हैं।


Conclusion:आयकर आयुक्त ने बताया कि विभाग के पास टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध है वित्तीय वर्ष 2015- 2016 में 458 और 2016 -2017 में 889 करदाता द्वारा कर वंचना की गई थी। इसके अलावे कई ऐसे मामलों को पकड़ा गया है जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोगों का टैक्स चोरी करने में सहयोग किया जा रहा है।
बाईट-: राकेश मिश्रा ,मुख्य आयकर आयुक्त ,झारखंड
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