जमशेदपुरः स्वास्थ्य विभाग ने जमशेदपुर में गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मुहैया कराने के लिए मुहिम तेज कर दी है. इसको लेकर सेविकाओं और सहायिकाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया. सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी ने बताया कि इस प्रशिक्षण के बाद नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया जाएगा.
कार्यशाला में सहिया और सहायिका को दी गई जानकारीः जमशेदपुर के बिष्टुपुर में महिला समाज एवं परिवार कल्याण विभाग जमशेदपुर सदर की ओर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस कार्यशाला में आईसीडीएस और अर्बन हेल्थ से जुड़ी करीब 188 सहायिका और 240 सहियाओं ने भाग लिया. कार्यशाला में प्रशिक्षण के दौरान सरकार द्वारा नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं को देय स्वास्थ्य लाभ और सुविधाओं की जानकारी दी गई.
मातृ और शिशु मृत्यु दर कम करने का प्रयासः गौरतलब है कि राज्य में शिशु मृत्यु दर और गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने कई सुविधाएं शुरू की हैं. इसको लेकर मुहिम तेज कर दी गई है. इस संबंध में जमशेदपुर सदर सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी सेविका, सहिया और स्वास्थ्य सहिया के बीच आपसी सामंजस्य स्थापित कर सही रिपोर्ट प्रस्तुत करना है. उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला के जरिए उन्हें एक प्रारूप पत्र दिया गया है, जिसे आपसी समन्वय के साथ भरकर विभाग में जमा कराना है.
गर्भवती, नवजात और किशोरियों की देखभाल की दी गई जानकारीः इस दौरान शून्य से लेकर पांच वर्ष के बच्चे, नवजात, गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य का समुचित ख्याल रखने की भी जानकारी दी गई. सीडीपीओ ने बताया की प्रशिक्षण के दौरान कुछ सुझाव भी मांगे गए थे, जिसका निराकरण कराया गया. सभी सहिया और सेविका को नवजात और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही इससी जुड़ी सभी योजना का लाभ गर्भवती, नवजात और किशोरियों तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है. इसके लिए गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है.