जमशेदपुर: वर्ष 2020 की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मार्च, अप्रैल, अगस्त के महीनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का दौर देखा जा रहा है. इसकी वजह से जमशेदपुर के टाटा मोटर्स प्लांट में वर्ष 2019 के तिमाही में 24 बार ब्लॉक क्लोजर कंपनी प्रबंधन की तरफ से लिया जा चुका है. कोरोना की वजह से ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित हो चुका है. इससे पहले भी ऑटोमोबाइल सेक्टर मंदी की मार झेल रहा था कि कोरोना की दस्तक से कारों की निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है.
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31 जुलाई 2017 को हुए समझौते के मुताबिक ही 24 अगस्त को ब्लॉक क्लोजर की घोषणा की गई है. इस दौरान कर्मचारियों को 50 फीसदी वेतन मिलेगा और 50 फीसदी हिस्सा कैजुअल लीव से काटा जाएगा. कंपनी के नियमों के मुताबिक ही यह कदम उठाया जा रहा है. इससे पहले भी टाटा मोटर्स प्लांट में एक दिन का ब्लॉक क्लोजर लिया गया था. वैसे कंपनी प्रबंधन के मुताबिक उत्पादन पहले से बेहतर है, लेकिन इसके बावजूद ब्लॉक क्लोजर लिया जा रहा है. ब्लॉक क्लोजर के दौरान कंपनी में काम कर रहे अस्थायी कर्मचारियों को रोटेशन के मुताबिक काम दिया जाता है.