दुमका: जिले में 108 एंबुलेंस ड्राइवर ने सड़क अच्छी नहीं होने के चलते गांव में जाने से इनकार कर दिया. जब कोई रास्ता नहीं बचा तब ग्रामीण महिला को खटिया पर उठाकर लाए और फिर एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया. मामला दुमका के शिकारीपाड़ा प्रखंड का है.
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रास्ता खराब होने के चलते ड्राइवर ने गांव में जाने से किया इनकार
मिली जानकारी के मुताबिक, अमरपानी गांव के धोनेसोल टुडू की पत्नी बाहा मरांडी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. परिवार वालों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया. एंबुलेंस ड्राइवर ने गांव से दो किलोमीटर पहले हल्दी पहाड़ी गांव के पास ही एंबुलेंस रोक दिया और कहा कि आगे रास्ता कीचड़ भरा है, इसलिए नहीं जाएंगे. इसके कारण धोनेसोल परेशान हो गया. ऐसे में गांव वालों की मदद से गर्भवती महिला को खटिया के सहारे एंबुलेंस तक लाया गया. इस दौरान महिला की हालत बिगड़ गई. हालांकि, तुरंत महिला को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था खराब है. सड़क नहीं होने के चलते कई योजनाएं गांव तक नहीं पहुंचती है. हर बार परेशानी होती है. लेकिन, इस पर कोई ध्यान नहीं देता है.
विधायक बोले-तुरंत एक्शन लेंगे
जब एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंचा तो ग्रामीण मरीज को गांव के बाहर एंबुलेंस तक तो लाए, साथ ही उन्होंने इसकी वीडियो भी बनाई. ग्रामीणों ने इस मामले को स्थानीय विधायक नलिन सोरेन तक पहुंचाया. इस मामले पर शिकारीपाड़ा विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि 108 एंबुलेंस का काम मरीज तक पहुंचकर उसे अस्पताल तक पहुंचाना है. अगर उसने ऐसा नहीं किया तो यह लापरवाही है. अगर थोड़ी परेशानी के बाद भी एंबुलेंस गांव तक जा सकती थी तो उसे जाना चाहिए था. विधायक ने कहा कि इसमें कहां चूक हुई इसे देखेंगे. अगर सड़क की वजह से एंबुलेंस ड्राइवर ने गांव तक जाने से इनकार किया है तो उस पर भी पहल होगी.