दुमका: पढ़ने की ललक और हौसला हो तो हर मुश्किलों से निपटा जा सकता है. गरीबी और अभाव के बीच भी रास्ता निकाला जा सकता है. यही कर दिखाया है दुमका के रामगढ़ प्रखंड का भालसुमर गांव के भोला पंडित ने, जो इंटर के छात्र हैं. दुमका के अन्य गांवों की तरह भोला के भी भालसुमर गांव में, इंटरनेट काम नहीं करता है, जिसके चलते भोला की क्लास अक्सर छूट जाती थी. आखिरकार भोला ने नुस्खा अपनाया और 10 फीट उच्चा मचान बना कर ऑनलाइन क्लास कर रहा है.
गांव में कभी-कभार आती है बिजली
नेशनल स्कूल दुमका का छात्र भोला चाह कर भी ऑनलाइन क्लास नहीं कर पा रहा था, जबकि उसे पढ़ने की बहुत ललक थी. गांव में बिजली तो कभी कभार आती है, लेकिन नेटवर्क की समस्या काफी ज्यादा थी. इसी परेशानी के कारण गांव के सक्षम छात्र दुमका में रहकर पढ़ाई करने लगे लेकिन अत्यंत गरीब भोला दुमका में रहकर पढ़ाई करने में असमर्थ था. उसने दूसरे से मदद मांग कर एंड्राइड फोन लिया और नेटवर्क समस्या के लिए देसी जुगाड़ अपनाया. उसने अपने घर से दूर खेत में ग्रामीणों के सहयोग से 10 फीट से भी ज्यादा ऊंचा बांस का मचान तैयार किया. ऊंचे मचान में चढ़ने से उसे नेटवर्क मिलने लगा और वहीं बैठकर वह अब ऑनलाइन क्लास करता है.
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पढ़ाई में काफी तेज भोला, मैट्रिक में 80 फीसदी अंक लाकर साईंस स्ट्रीम से बारहवीं की पढ़ाई कर रहा था. भोला के पिता खेती-बाड़ी करते हैं और उसी से घर का गुजारा चलता है. वह पढ़ लिख कर नौकरी लेना चाहता है और अपने पिता के हर उस सपने को पूरा करना चाहता है, जिसके लिए उसके पिता डबडबायी आंखों से उसे देखते रहते हैं. भोला के सपने को आकार देने में जुटे उन सभी शिक्षकों और अन्य सहयोगियों को सैल्यूट.