दुमकाः जरमुंडी प्रखंड मुख्यालय परिसर में सोहराय मिलन समारोह का आयोजन (Sohrai Milan ceremony organized) किया गया. इस समारोह में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख शामिल हुए. कृषि मंत्री ने मांदर बजाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया. समारोह में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सोहराय प्रकृति का पर्व है. इसमें प्रकृति की रक्षा के लिए पूजा की जाती हैं और समाज के लोग मिलकर उत्साह मनाते हैं.
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प्रखंड विकास पदाधिकारी फुलेश्वर मुर्मू की अगुवाई में आदिवासी समुदाय द्वारा प्रखंड स्तरीय सोहराय पर्व मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख शामिल हुए. कृषि मंत्री को आदिवासी रीति रिवाज से स्वागत किया गया. इसके बाद कृषि मंत्री मांदर बजाकर लोगों को उत्साहित किया.
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सोहराय पर्व प्रकृति की पूजा का पर्व है और इस पर्व में किसान और पशुपालक द्वारा प्रकृति की रक्षा के लिए पौराणिक संस्कृति के तहत पूजा पाठ किया जाता है. उन्होंने कहा कि यह पर्व कृषि और पशुपालन विभाग से संबंधित है. इसलिए इस पर्व में 1 दिन का अवकाश दिया जाता है. हालांकि, यह पर्व 5 दिनों तक मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि लोगों ने प्रकृति से जुड़े इस पर्व पर 5 दिनों की अवकाश की मांग की है. इसको लेकर मुख्यमंत्री से बात की है. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि सोहराय के अवकाश में बढ़ोतरी को लेकर कदम उठाए जाएंगे.
कृषि मंत्री ने कहा कि सोहराय प्रकृति की रक्षा और खुशी का पर्व है. इस पर्व को लोग सामुहिक रूप से मनाते हैं. इस पर्व की खुशी में शामिल होने के लिए आए हैं. इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख बसंती टुडू, अंचल अधिकारी राजकुमार प्रसाद, समाजसेवी चंद्रशेखर प्रसाद यादव, आदिवासी समुदाय के सोनालाल हेम्ब्रम, रसिक बास्की, धूमे मुर्मू, बाबूराम मुर्मू, शिवलाल सोरेन एवं विभिन्न पंचायतों के मुखिया सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.