दुमका: देवघर एम्स में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के उद्देश्य से एम्स परिसर के आसपास नया थाना खोलने की कवायद शुरू की गई है. इसे लेकर संथालपरगना के डीआईजी कार्यालय से एक प्रस्ताव मंगलवार (28 मार्च) को पुलिस मुख्यालय रांची को भेजा गया है. इसमें मुहर लगते ही यहां की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो जाएगी. असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने में आसानी होगी.
इन नये थानों के लिए डीआईजी ने भेजा प्रस्ताव: संथालपरगना के डीआईजी ने आठ नये थानों का प्रस्ताव भेजा है. संथालपरगना के डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने जानकारी दी है कि क्षेत्र के अलग-अलग जिलों के आठ स्थानों पर नए थाने खोलने का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा गया है. इसमें मुख्य तौर पर देवघर में तीन थाने का प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें एम्स थाना, मुफस्सिल थाना, अंधरीगादर थाना शामिल है. वहीं दुमका में तीन थाने का प्रस्ताव भेजा गया है. तीर्थस्थल बासुकीनाथ के लिए, मंदिरों के गांव मलूटी और एक साईबर थाना. इसके अलावा एक साहिबगंज यातायात थाना और एक गोड्डा रजौन मोड़ के लिए.
साइबर थाना दुमका काफी महत्वपूर्ण: डीआईजी कार्यालय से जिन आठ थानों का प्रस्ताव भेजा गया है, वे सारे महत्वपूर्ण हैं. दुमका में साइबर थाने का खुलना निहायत जरूरी है. गौरतलब है कि साइबर क्राइम के गढ़ के रूप में जाना जाने वाला जिला जामताड़ा. इसकी सीमा दुमका जिले से लगती है. इस कारण से दुमका में भी साइबर अपराधियों की धमक दिखने लगी है. इसका प्रमाण दुमका में साइबर अपराध के दर्ज मामले है. इसमें कईयों की गिरफ्तारी भी हुई है. ऐसे में यह आवश्यक है कि दुमका में भी अलग से साइबर थाना खुले. इस प्रस्ताव काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है.
देवघर में एसएसपी का हो पद सृजित: डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने यह भी जानकारी दी कि देवघर में एसएसपी, सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी का पद सृजित करने का एक प्रस्ताव भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य है कि देवघर बाबा बैद्यनाथधाम मन्दिर की व्यवस्था और सुदृढ़ हो सके. बताया कि फिलहाल देवघर में सिर्फ एक एसपी का होना नाकाफी है. ऐसे में यहां भी एसएसपी, सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी का पद सृजित होना चाहिए.