दुमकाः उपराजधानी के ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति काफी लचर है. बड़ी राशि से हॉस्पिटल के बड़े-बड़े बिल्डिंग तो बना दिए जाते हैं, पर यहां इलाज की सुविधा नगण्य है. दुमका जिले के रानीश्वर प्रखंड में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आसनबनी और दूसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीश्वर है. दोनों अस्पताल में मरीजों को सही ईलाज नही मिल पा रहा है.
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आसनबनी में नहीं आते हैं डॉक्टर
रानीश्वर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आसनबनी का भवन तो शानदार है. लेकिन इलाज के नाम पर खानापूर्ति हो रही है. डॉक्टर महीने में एक बार आते हैं, इससे मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पाता. स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी उम्मीद थी इस अस्पताल को लेकर पर इसका होना न होना कोई मतलब नहीं रखता.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीश्वर में संसाधनों की कमी
रानीश्वर प्रखंड मुख्यालय में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी संसाधनों की कमी है. यहां डॉक्टर के स्वीकृत पद आठ हैं पर पदस्थापित हैं सिर्फ तीन. खानापूर्ति का आलम यह है कि यहां एक आर्युवेदिक डॉक्टर हैं एच.पी. मुखर्जी पर आर्युवेदिक दवा सिर्फ गैस की बीमारी की है. बाकी किसी भी तरह की कोई दवा यहां उपलब्ध नहीं है. डॉक्टर का कहना है कि मरीज आकर दवा मांगते हैं पर दवा नहीं रहने से वे दे नहीं पाते जो उन्हें काफी बुरा लगता है. वे भी कहते हैं दवा रहने से सुविधा होती और मरीजों का बेहतर इलाज कर पाते.