दुमका: अवैध बालू खनन और परिवहन पर विराम लगाने को लेकर चल रहे अभियान के तहत सोमवार को जिला खनन पदाधिकारी दिलीप कुमार तांती ने अपने टीम के साथ औचक छापेमारी की. जिसके कारण बालू माफियाओं में अफरा-तफरी मच गई.
गुप्त सूचना पर जिला खनन पदाधिकारी दिलीप कुमार तांती के नेतृत्व में सोमवार को दुमका के म्यूराक्षी नदी घाट पर औचक छापेमारी की. इस दौरान छापेमारी टीम में जिला खनन पदाधिकारी के साथ अंचल अधिकारी अतुल रंजन भगत, प्रखंड पदाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार, एएसआई कंदयन शामिल के साथ चल रहे अवैध बालू उत्खनन की जांच की गई, जिसके बाद बालू माफियाओं में अफरा-तफरी मच गई.
बता दें कि दुमका के रानीश्वर थाना क्षेत्र में म्यूराक्षी नदी में बालू का भंडार है. काफी समय से यहां अवैध तरीके से बालू का उत्खनन किया जा रहा है. साथ ही ये बालू घाट पश्चिम बंगाल की सीमा से सटा हुआ है, जिस कारण रात के अंधेरे में माफिया बालू का अवैध उत्खनन कर बंगाल भेजते हैं. इसको लेकर बंगाल के बालू माफिया मंसूर मिंया रानीश्वर थाना पुलिस ने कई केस भी दर्ज किए हैं, फिर भी ये काम लगातार जारी है.
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क्या कहते हैं खनन पदाधिकारी
दुमका जिला पदाधिकारी दिलीप कुमार तांती से इस मामले में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रानीश्वर थाना क्षेत्र के दिगुली गांव में अवैध तरीके से बालू उत्खनन हो रहा है. लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंचती, तब तक सारे बालू माफिया ट्रैक्टर सहित भाग चुके थे और पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगी.