दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के धनगड़ा गांव में सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाले एक पति ने अपनी पत्नी की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी. इतना ही नहीं वह अपना सिर भी पत्थर पर पटककर आत्महत्या करने का प्रयास करने लगा. हालांकि इस दौरान ग्रामीणों की नजर उसपर पड़ी और उन्होंने उसे रोक लिया. ग्रामीणों ने घायल अवस्था में उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल दुमका-पश्चिम बंगाल के सीमा पर बीरभूम जिला के बोडोपहाड़ी गांव का रहने वाला कालिदास बेसरा अपने चाचा के घर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के धनगड़ा गांव अपनी पत्नी तारामुनी मुर्मू को लेकर आया था. गुरुवार को जब वह वापस जब अपने घर लौटने के लिए निकला तो, चाचा के घर से कुछ ही दूर पर जाकर पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया. कालीदास बेसरा अपना आपा खो बैठा और पत्नी की पिटाई करने लगा. इसी दौरान उसने पत्थर से कूचकर उसकी जान ले ली. वह इतने पर ही नहीं रुका, एक पत्थर पर अपना भी सिर पटकने लगा, लेकिन तब तक गांव वाले एकत्रित हो चुके थे. उन लोगों ने कालिदास को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी: जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस फौरन पहुंची और घायलावस्था में कालिदास बेसरा को पकड़ कर इलाज के लिए शिकारीपाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी संजय सुमन ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ कि पति पत्नी के बीच विवाद हुआ और पति ने पत्नी की हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि कालिदास को गिरफ्तार कर लिया गया है और मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज रहे हैं.