ETV Bharat / state

खस्ताहाल सड़कें, पानी के लिए कतार बनी शिकारीपाड़ा प्रखंड की पहचान, ईटीवी भारत के साथ जानें गांवों का हाल

झारखंड में प्रशासन नक्सलवाद पर नकेल के लिए अक्सर सुरक्षा और विकास दो स्तरों पर काम करने के वादे करता दिखता है. लेकिन दुमका जिले का नक्सल प्रभावित शिकारीपाड़ा प्रखंड के गांव प्रशासन के विकास के दावों को आईना दिखाते हैं. यहां के बेनागड़िया गांव में पांच साल पहले स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाया जाना शुरू हुआ था जो आज तक पूरा न हो सका. गांव में पानी के लिए लोगों को कई-कई घंटे कतार लगानी पड़ती है. वहीं खस्ताहाल सड़कों से तो बच्चों को स्कूल भेजने में भी हिम्मत दिखानी पड़ती है.

Lack of basic facilities in villages of Shikaripara block of Dumka
खस्ताहाल सड़कें, पानी के लिए कतार बनी शिकारीपाड़ा प्रखंड की पहचान
author img

By

Published : Apr 11, 2021, 12:09 PM IST

Updated : Apr 11, 2021, 2:02 PM IST

दुमकाः जिले का नक्सल प्रभावित प्रखंड शिकारीपाड़ा के गांव बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं. यहां स्वास्थ्य, पेयजल और सड़क की स्थिति चिंताजनक है. इस वजह से लोग परेशान हैं और सरकार से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.

देखें स्पेशल खबर
ये भी पढ़ें-
शहीद सिदो कान्हो की जयंती आज, भोगनाडीह के स्टेडियम में वंशजों ने की पूजा-अर्चना

अस्पताल के लिए प. बंगाल का टूर


शिकारीपाड़ा के बेनागड़िया गांव को ही लें तो 5 वर्ष पूर्व यहां स्वास्थ्य उपकेंद्र बनना शुरू हुआ था. लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही गांव में इलाज की सुविधा मिलने लगेगी. इससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए 30 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट या 45 किलोमीटर दूर दुमका जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन यह आज तक यह बनकर पूरा नहीं हो सका. अब लंबे समय से काम भी बंद है. यह जर्जर भी होने लगा है, इसकी हालत देखकर अफसोस ही होता है. लोग सरकार से इस अस्पताल को जल्द पूरा कराने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय निवासी सुनील प्रसाद ने बताया कि यदि यह अस्पताल शुरू हो जाए तो ग्रामीणों की कई परेशानियां खत्म हो सकती हैं.

https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-02-vikash-ka-sach-spl-pkg-7203877_10042021181530_1004f_1618058730_805.jpg
बेनागड़िया गांव में बनाया जा रहा स्वास्थ्य उपकेंद्र


चापाकल खराब, पानी के लिए घंटों तक कतार
इसी बेनागड़िया गांव में ईटीवी भारत की टीम को एक सोलर संचालित पानी की टंकी के नीचे भीड़ दिखी. लोग पानी भरने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. पूछे जाने पर पता चला कि इस गांव में 4 चापाकल खराब हैं. इस पानी टंकी से भी दिनभर में तीन-चार घंटे ही पानी आता है. अगर यहां पानी नहीं भर पाए तो दैनिक कार्य के लिए आधा किलोमीटर दूर पोखर जाना पड़ेगा. ज्यादा गर्मी बढ़ने पर तो इस पानी टंकी से भी पानी नहीं मिलेगा. स्थानीय ग्रामीण बाबर अली और मीना फ्लोरा किस्कू ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग की है.

Lack of basic facilities in villages of Shikaripara block of Dumka
बेनागड़िया गांव में पानी की कतार

ये भी पढ़ें-आवारा कुत्तों के आतंक से जूझ रही रांची, नगर निगम के अभियान से मिलेगा छुटकारा?

बच्चों को स्कूल भेजने में खस्ता सड़कें बाधा
ईटीवी भारत की टीम ने शिकारीपाड़ा प्रखंड के ग्रामीण इलाकों की सड़कों की भी पड़ताल की. कई गांव के सड़कों की स्थिति काफी बदहाल है, जिसमें छातूपाड़ा, नवपहाड़ गांव, जगतपुर, रामबनी गांव से करमा को जोड़ने वाली पथ, भोक्तानडीह , खाड़ू कदमा, शिवतल्ला गांव की सड़कें इतनी खस्ताहाल हैं कि आवागमन मुश्किल है. हमने रामबनी गांव के मिठू मिर्धा से बात की. उन्होंने बताया कि हमारे गांव की सड़कें सड़क काफी खराब हैं. बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है. अगर कोई बीमार पड़ गया तो उसे अस्पताल ले जाने में परेशानी होती है. रात के समय में तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

Lack of basic facilities in villages of Shikaripara block of Dumka
शिकारीपाड़ा प्रखंड के बेनागड़िया गांव में सड़क का हाल
क्या कहती हैं जिले की उपायुक्त शिकारीपाड़ा प्रखंड के गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर हमने जिले के उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की. उन्होंने बताया कि चाहे पानी की समस्या हो या फिर निर्माणाधीन अस्पताल भवन का मामला हो या फिर बदहाल ग्रामीण सड़कें, सभी क्षेत्र में कार्य हो रहा है और जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा.

दुमकाः जिले का नक्सल प्रभावित प्रखंड शिकारीपाड़ा के गांव बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं. यहां स्वास्थ्य, पेयजल और सड़क की स्थिति चिंताजनक है. इस वजह से लोग परेशान हैं और सरकार से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.

देखें स्पेशल खबर
ये भी पढ़ें-शहीद सिदो कान्हो की जयंती आज, भोगनाडीह के स्टेडियम में वंशजों ने की पूजा-अर्चना

अस्पताल के लिए प. बंगाल का टूर


शिकारीपाड़ा के बेनागड़िया गांव को ही लें तो 5 वर्ष पूर्व यहां स्वास्थ्य उपकेंद्र बनना शुरू हुआ था. लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही गांव में इलाज की सुविधा मिलने लगेगी. इससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए 30 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट या 45 किलोमीटर दूर दुमका जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन यह आज तक यह बनकर पूरा नहीं हो सका. अब लंबे समय से काम भी बंद है. यह जर्जर भी होने लगा है, इसकी हालत देखकर अफसोस ही होता है. लोग सरकार से इस अस्पताल को जल्द पूरा कराने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय निवासी सुनील प्रसाद ने बताया कि यदि यह अस्पताल शुरू हो जाए तो ग्रामीणों की कई परेशानियां खत्म हो सकती हैं.

https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-02-vikash-ka-sach-spl-pkg-7203877_10042021181530_1004f_1618058730_805.jpg
बेनागड़िया गांव में बनाया जा रहा स्वास्थ्य उपकेंद्र


चापाकल खराब, पानी के लिए घंटों तक कतार
इसी बेनागड़िया गांव में ईटीवी भारत की टीम को एक सोलर संचालित पानी की टंकी के नीचे भीड़ दिखी. लोग पानी भरने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. पूछे जाने पर पता चला कि इस गांव में 4 चापाकल खराब हैं. इस पानी टंकी से भी दिनभर में तीन-चार घंटे ही पानी आता है. अगर यहां पानी नहीं भर पाए तो दैनिक कार्य के लिए आधा किलोमीटर दूर पोखर जाना पड़ेगा. ज्यादा गर्मी बढ़ने पर तो इस पानी टंकी से भी पानी नहीं मिलेगा. स्थानीय ग्रामीण बाबर अली और मीना फ्लोरा किस्कू ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग की है.

Lack of basic facilities in villages of Shikaripara block of Dumka
बेनागड़िया गांव में पानी की कतार

ये भी पढ़ें-आवारा कुत्तों के आतंक से जूझ रही रांची, नगर निगम के अभियान से मिलेगा छुटकारा?

बच्चों को स्कूल भेजने में खस्ता सड़कें बाधा
ईटीवी भारत की टीम ने शिकारीपाड़ा प्रखंड के ग्रामीण इलाकों की सड़कों की भी पड़ताल की. कई गांव के सड़कों की स्थिति काफी बदहाल है, जिसमें छातूपाड़ा, नवपहाड़ गांव, जगतपुर, रामबनी गांव से करमा को जोड़ने वाली पथ, भोक्तानडीह , खाड़ू कदमा, शिवतल्ला गांव की सड़कें इतनी खस्ताहाल हैं कि आवागमन मुश्किल है. हमने रामबनी गांव के मिठू मिर्धा से बात की. उन्होंने बताया कि हमारे गांव की सड़कें सड़क काफी खराब हैं. बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है. अगर कोई बीमार पड़ गया तो उसे अस्पताल ले जाने में परेशानी होती है. रात के समय में तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

Lack of basic facilities in villages of Shikaripara block of Dumka
शिकारीपाड़ा प्रखंड के बेनागड़िया गांव में सड़क का हाल
क्या कहती हैं जिले की उपायुक्त शिकारीपाड़ा प्रखंड के गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर हमने जिले के उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की. उन्होंने बताया कि चाहे पानी की समस्या हो या फिर निर्माणाधीन अस्पताल भवन का मामला हो या फिर बदहाल ग्रामीण सड़कें, सभी क्षेत्र में कार्य हो रहा है और जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा.
Last Updated : Apr 11, 2021, 2:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.