दुमका: झारखंड सरकार हमेशा किसानों के उत्थान की बातें करती है लेकिन. जमीनी स्थिति बेहद खराब है. आलम ये है कि दुमका का खाद फर्टिलाइजर क्वालिटी लेबोरेटरी बनकर आठ वर्ष पहले ही तैयार हो गया, लेकिन वह अब तक चालू नहीं हो सका है.
संथालपरगना के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक का कार्यालय भवन के ठीक नीचे आठ साल पहले फर्टिलाइजर क्वालिटी लेब्रोटरी खुला था, जिसमें किसान जो खाद बाजार से लेते हैं उसकी क्वालिटी की जांच होनी थी. किसानों के लिए यह एक वरदान साबित होने वाला था. लेकिन लापरवाही के कारण यह लैब पिछले 8 सालों से शुरू नहीं हो सका है.
प्रयोगशाला बनाने में राज्य सरकार के लाखों रूपये खर्च किए, लेकिन इसके चालू नहीं होने से यह सारा पैसा पानी में डूबता नजर आ रहा है. आलम ये है कि 8 साल पहले बने इस भवन की स्थिति भी अब जर्जर होने लगी है.
किसानों को इस लेबोरेटरी की जानकारी तक नहीं
इसके बारे में जब किसानों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां के किसानों को किसी भी प्रयोगशाला की जानकारी नहीं है. लेकिन अगर यह चालू होता तो किसानों को बहुत फायदा होता. उन्होंने इस मामले की सरकार से जांच करने की मांग करते हुए कहा कि जो भी इसमें दोषी हैं उसे सजा दी जाएगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस सम्बंध में जब कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस प्रयोगशाला के लिए जो टेक्नीशियन, अधिकारी और कर्मचारियों की पदस्थापना नहीं हो पाई, जिस वजह से यह चालू नहीं हो पाया.