दुमका: झारखंड में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. वहीं दुमका में भी अब तक 73 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव चिन्हित हुए हैं. जबकि एक मरीज की मौत हो चुकी है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव में जांच अभियान चला रहा है. साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है.
25 हजार जलपात्रों की जांच: दुमका जिले में डेंगू से बचाव और नियंत्रण के लिए डेंगू सर्विलांस कार्य के तहत 9 अक्टूबर तक 6762 घरों के 25169 जलपात्रों की जांच की गई. जिसमें 504 में डेंगू के लार्वा और 300 जल पात्रों में डेंगू के प्यूपा पाए गए. डेंगू पॉजिटिव रोगी के क्षेत्र में स्तरीय रैपिड रिसपांस टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों का रक्त सैंपल संग्रहित कर जांच की गई. साथ ही उक्त क्षेत्र में छिड़काव कार्य भी किया गया.
डेंगू से एक की हो चुकी मौत: अब तक जिले में कुल 73 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनमें 64 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. जबकि 8 का इलाज चल रहा है और एक की मृत्यु हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के बांकजोर गांव के डेंगू पॉजिटिव मरीज लखन टुडू की मृत्यु हुई है.
डेंगू को लेकर 13 को बैठक: दुमका के सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद ने जानकारी दी कि डेंगू के नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक 13 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के स्पेशलिस्ट के साथ-साथ सभी दस प्रखंड के बीडीओ भी शामिल होंगे.
दुमका के सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद ने डेंगू से बचाव को लेकर बातए ये उपाय
- मच्छरों से बचाव के लिए घर के आसपास सफाई का ध्यान रखने की सलाह दी
- टायर, बर्तनों आदि में पानी को जमा नहीं रहने देने की बात कही.
- पानी के बर्तनों को ढककर रखने और सप्ताह में एक बार पानी की टंकी, गमलों, कूलर, फीज ट्रे, फूलदान और अन्य पात्रों की सफाई करने की बात कही.
- डॉक्टर बच्चा ने बताया कि एडिस मच्छर मुख्यतः शरीर के निचले हिस्सों में काटता है. हाथ-पैर को यथा संभव ढककर रखने की सलाह दी.
- डॉक्टर ने बताया कि एडिस मच्छर अंधेरे जगह में भी रहते हैं. पलंग, चारपाई, दीवान एवं अन्य फर्नीचर के नीचे की सफाई पर विशेष ध्यान रखने की बात कही.
- हमेशा मच्छरदानी का प्रयोग करने की बात कही.
- बुखार होने पर खूब पानी पीने और आराम करने की सलाह दी.