दुमका: पूरे झारखंड की तरह दुमका में भी कोरोना का प्रकोप छाया हुआ है. स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना पर काबू पाने के प्रयास में जुटा है लेकिन इस पर पूरी तरह से अंकुश तब लगेगा जब सभी लोग सुरक्षा मापदंडों का पालन करेंगे. लेकिन कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्क रहने की बात करें तो दुमका जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांव के लोग मिसाल पेश कर रहे हैं.
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सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांव में लोग कितने हैं जागरूक
दुमका-पाकुड़ मार्ग पर स्थित गुहियाजोरी गांव के ग्राम प्रधान साहेब मरांडी अपने ग्रामीणों के बीच मास्क का वितरण करते हैं. गांव के लोग कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए काफी सतर्क नजर आ रहे हैं. दूषित माहौल में बीमारी बढ़ती है, इसलिए पूरे गांव को काफी बेहतर ढंग से साफ सुथरा रखा गया है. लोग मास्क पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
गाइडलाइन का किया जा रहा पालन
यहां के साहेब मरांडी ने बताया कि लोग कोरोना महामारी के प्रति काफी सजग हैं. यह हमें अपना शिकार न बना लें इसके लिए सरकार की ओर से जो सुरक्षा गाइडलाइन जारी की गई है उसका पूरा पालन किया जा रहा है. वहीं गांव के युवा वर्ग अपनी जिम्मेदारी निभाते नजर आए. रोशन मुर्मू ने कहा कि हम लोग मास्क तो पहनते ही हैं. इसके साथ ही कहीं भी बेवजह आना-जाना नहीं करते हैं. भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से खुद को रोकते हैं. साथ ही सभी को यह सलाह देते हैं कि आप वहां न जाए वहां कोरोना संक्रमण का काफी खतरा है.
इस गांव की महिलाएं भी काफी जागरूक
गुहियाजोरी गांव की महिलाएं भी कोरोना संक्रमण के प्रति काफी जागरूक नजर आईं. उन्होंने गांव के साफ-सफाई पर काफी ध्यान रखा है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन ले चुकी हैं. गांव की महिला सलोनी टुडू ने बताया कि वैक्सीन कर दोनों डोज ले लिया है. इसके साथ ही यह टीका कितना जरूरी है, यह अपने गांव वालों को भी बताते हैं. उन्हें भी वैक्सीन लेने के लिए स्वास्थ्य केंद्र भेज रहे हैं.
जागरुकता से ही महामारी पर पा सकते हैं विजय
दुमका जिले के गुहियाजोरी गांव के लोग गरीब है लेकिन कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्क हैं. यही जागरुकता पूरे समाज, राज्य और देश में आ जाए तो हम निश्चित रूप से इस कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकेंगे.