दुमका: दुमका में कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण ले रही लड़कियां रविवार (26 मार्च) को नगर थाना में शिकायत की. कहा- भूखे पेट हमें ट्रेनिंग नहीं लेनी है. घर वापस जाना है. प्रबंधन पर समय से भोजन नहीं देने का आरोप लगाया है. मामले में एसडीएम ने आरोपियों पर कानूनी कारवाई की बात कही है. गौरतलब है कि दुमका में कौशल विकास योजना के तहत लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई कढ़ाई का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला: दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के द्वारा लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दुमका में सिलाई-कढ़ाई का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह प्रशिक्षण केंद्र शहर के आउटडोर स्टेडियम रोड पर अवस्थित है. दुमका में एमबीडी नामक एक संस्था इसे संचालित कर रही है. प्रबंधन के कंधे पर आवास और भोजन की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी है. इन लड़कियों ने समय पर भोजन और मेनू के अनुसार खाना नहीं देने का आरोप लगाया है. इस बात से नाराज लगभग पांच दर्जन लड़कियां छात्रावास से अपना बोरिया बिस्तर समेट कर रविवार की शाम नगर थाना पहुंच गई.
छात्राओं ने लगाए ये आरोप: लड़कियों का कहना था कि शनिवार (25 मार्च) के शाम से हमें खाना पीना नहीं दिया जा रहा है. जिस वजह से हमें काफी परेशानी हो रही है. भूखे रहने से अच्छा है हम अपने घर लौट जाएं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हम लोग जहां रहते हैं वहां पानी की उचित व्यवस्था नहीं है. इस कारण शौचालय की व्यवस्था लचर हो गई है. इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
एसडीएम से सुनाई अपनी व्यथा: लड़कियों ने एसडीएम को बताया कि जैसे तैसे हमें भोजन दिया जा रहा है. रहने की भी व्यवस्था उचित नहीं है. एसडीएम ने तुरंत प्रबंधन के लोगों को बुलवाया और उन्हें निर्देशित किया कि तत्काल इनके लिए सारी व्यवस्था दुरुस्त करें. साथ ही लड़कियों को अपना फोन नंबर भी दिया है और कहा अगर कोई परेशानी होती है तो सीधे उनसे बात करें. कहा आगे से ऐसे कोई गलती होती है तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.