दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल शिवपहाड़ में भगवान शिव और पार्वती समेत कई हिंदू देवी-देवताओं के मंदिर हैं. लॉकडाउन के कारण फिलहाल इस मंदिर में श्रद्धालु पूजा करने नहीं आ रहे हैं. इसका फायदा उठाकर कुछ लोग मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण कर निजी निर्माण करवा रहे हैं.
मंदिर की जमीन पर निजी निर्माण
दुमका के शिवपहाड़ पर सामान्य दिनों में हजारों लोग पूजा करने पहुंचते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण यहां फिलहाल कोई भक्त नहीं पहुंच रहा है. इसका फायदा अतिक्रमणकारी उठा रहे हैं. मंदिर समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि मंदिर की जमीन पर निजी निर्माण कार्य चल रहा है. इस पर प्रशासन गंभीरता दिखाए और निर्माण कार्य को बंद करवाये.
क्या कहते हैं मंदिर के सदस्य
शिवपहाड़ मंदिर के सदस्यों का कहना है कि अतिक्रमणकारियों की बुरी नजर मंदिर की जमीन पर काफी लंबे समय से है. शिवपहाड़ मंदिर समिति के सचिव रवि यादव ने बताया कि मंदिर परिसर करीब 25 बीघा में फैला हुआ है. मंदिर के आसपास में जो लोग बसे हैं, वह मंदिर की इस जमीन को अतिक्रमण करने की सोच रखते हैं. लॉकडाउन की वजह से आसपास के लोगों को मौका मिल गया है और वे लोग मंदिर की जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे हैं. मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई करे. साथ ही जो निर्माण कार्य किया है उसे ध्वस्त करें और उनपर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज करे.
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कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
शिवपहाड़ मंदिर के सदस्यों का यह भी कहना है कि अतिक्रमणकारियों को चिन्हित कर जिला प्रशासन जल्द कार्रवाई करे, नहीं तो आम लोग मजबूर होकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. मंदिर समिति सदस्यों ने कहा कि इस मामले को वे शिथिल नहीं पड़ने देंगे.
उपायुक्त ने दिया जांच का आदेश
दुमका डीसी राजेश्वरी बी ने कहा कि मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण की सूचना उन्हें लोगों ने दी है. इसके बाद उन्होंने अंचलाधिकारी को जांच का आदेश दिया है. इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
राजेश्वरी बी ने ये भी कहा कि 'इस तरह के मामले में लोगों की सक्रियता सराहनीय है. धार्मिक पर्यटन स्थल की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर जिस तरह स्थानीय लोग चिंतित हैं, वे सक्रिय भी हुए हैं. इसे रोकने के लिए ग्रामीणों की जागरूकता अच्छी बात है.