ETV Bharat / state

परेशानी में काम कर रहे कानून के रखवाले, थानों की स्थिति है बेहद दयनीय

दुमका के थानों की स्थिती बेहद खराब है. यहा के थानों के छत के प्लास्टर टूट कर गिर रहे है. जिससे पुलिस कर्मियों में हमेशा अनहोनी होने का डर लगा रहता है.

थानों की स्थिति है बेहद दयनीय
author img

By

Published : Mar 2, 2019, 7:33 PM IST

दुमका: आज झारखंड पुलिस खुद को आधुनिक और समय के अनुसार अपडेट करने का दावा करती है. लेकिन दुमका के थानों की स्थिति देखकर किसी का भी भ्रम टूट सकता है, क्योंकि यहां आज भी पुलिस खपरैल और जर्जर भवन से ही शहर में क्राइम कंट्रोल करती है.

थानों की स्थिति है बेहद दयनीय

इधर, टाउन थाना की स्थिति तो और भी गंभीर है, क्योंकि उपराजधानी का टाउन थाना अब भी खपरैल मकान में ही चल रहा है. यहां सबकुछ केवल कामचलाउ है. चाहे वह लोगों के रिपोर्ट दर्ज करने का सिरिस्ता हो या फिर लॉकअप. आगन्तुक कक्ष की बात करना भी यहां बेमानी होगी.

परेशान हैं ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी
थानों की जर्जर हालत से पुलिसकर्मी परेशान है. अनुसूचित जाति जनजाति थाना प्रभारी का कहना है कि यहां काम करने में काफी समस्या आती है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पर एसपी वाई एस से भी की है. वहीं, जिले के एसपी का कहना है कि सभी थाने जो पुराने और जर्जर हो चुके हों उनके निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है. आने वाले वित्तीय वर्ष में इसके निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.

दुमका: आज झारखंड पुलिस खुद को आधुनिक और समय के अनुसार अपडेट करने का दावा करती है. लेकिन दुमका के थानों की स्थिति देखकर किसी का भी भ्रम टूट सकता है, क्योंकि यहां आज भी पुलिस खपरैल और जर्जर भवन से ही शहर में क्राइम कंट्रोल करती है.

थानों की स्थिति है बेहद दयनीय

इधर, टाउन थाना की स्थिति तो और भी गंभीर है, क्योंकि उपराजधानी का टाउन थाना अब भी खपरैल मकान में ही चल रहा है. यहां सबकुछ केवल कामचलाउ है. चाहे वह लोगों के रिपोर्ट दर्ज करने का सिरिस्ता हो या फिर लॉकअप. आगन्तुक कक्ष की बात करना भी यहां बेमानी होगी.

परेशान हैं ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी
थानों की जर्जर हालत से पुलिसकर्मी परेशान है. अनुसूचित जाति जनजाति थाना प्रभारी का कहना है कि यहां काम करने में काफी समस्या आती है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पर एसपी वाई एस से भी की है. वहीं, जिले के एसपी का कहना है कि सभी थाने जो पुराने और जर्जर हो चुके हों उनके निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है. आने वाले वित्तीय वर्ष में इसके निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.

Intro:दुमका - आज झारखंड पुलिस अपने को आधुनिक और समय के अनुरूप अपडेट करने का दावा करती है लेकिन अगर आप दुमका आये और यहाँ के थानों को देखे तो आपका भ्रम दूर हो जायेगा कि पुलिस समय के साथ चल रही है । कई थाना खपरैल और जर्जर भवन में चल रहा है ।


Body:नगर थाना समेत कई थानों की स्थिति बदहाल ।
-----------------------------------------------------
दुमका में नगर थाना महिला थाना , एसटीएससी थाना अत्यन्त पुराने भवन में संचालित है । छत के प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं । छत इतना कमजोर है कि सीलिंग फैन नहीं लग सकता क्योंकि वह चलेगा तो छत और चरमरा जाएगा । इधर टाऊन थाना की स्थिति तो हास्यास्पद कही जा सकती है क्योंकि उपराजधानी का टाऊन थाना इस इक्कीसवीं सदी में खपरैल के मकान में चल रहा है । जहाँ सबकुछ कामचलाऊ है । चाहे वह लोगों के रिपोर्ट दर्ज करने का सिरिस्ता हो या फ़िर लॉकअप । आगन्तुक कक्ष की बात करना भी यहाँ बेमानी होगी ।

परेशान हैं ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी ।
-----------------------------------------
थानों की जर्जर हालत से पुलिसकर्मी परेशान है । अनुसूचित जाति जनजाति थाना प्रभारी रामबचन राम का कहना है कि काम करने में काफी समस्या आती है । प्लास्टर वगैरह टूट कर गिरता है । वे कहते हैं इसके लिए शीघ्र कोई पहल हो । इधर शहर के बुद्धिजीवियों का भी मानना है कि यह उपराजधानी है तो उसके अनुरूप यहाँ व्यवस्था होनी चाहिए । थाना भवन सुसज्जित होने से पुलिसकर्मियों के साथ साथ आम जनता को भी लाभ पहुंचेगा ।

बाईट - रामबचन राम , थाना प्रभारी , एसटी एससी थाना , दुमका

बाईट- गरीब दास , सीनेट सदस्य , एसकेएम विवि


Conclusion:क्या कहते हैं एसपी ।
------------------------------
इस संबंध में जब हमने दुमका के एसपी वाई एस रमेश से पूछा तो उन्होंने जानकारी दी कि जिले के वैसे सभी थाने जो पुराने हैं और जर्जर हो चुके हों उनसब के निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है । आने वाले वित्तीय वर्ष में इसके निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा ।

फाईनल वीओ -
बेहतर कार्य के लिए बढ़िया माहौल जरूरी ।
हम जानते हैं कि बेहतर माहौल में पॉजिटिव एनर्जी मिलती है जिससे कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होती है । अब अगर थाना भवन की स्थिति इतनी जर्जर होगी तो इसका सीधा प्रभाव काम की गुणवत्ता पर पड़ेगा । यही वजह है कि यहाँ कार्यरत पुलिस वाले खिन्न नजर आ रहे हैं ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.