दुमका: जिले का शिकारीपाड़ा प्रखंड नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र माना जाता है. कुछ समय से नक्सली घटना पर अंकुश लगा है. पुलिस का यह प्रयास है कि प्रशासन के साथ पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों का बेहतर समन्वय स्थापित हो.
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शिकारीपाड़ा थाना परिसर में एसपी ने की बैठक: जनता से बेहतर संबंध स्थापित हो इसे देखते हुए शनिवार को शिकारीपाड़ा थाना परिसर में एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने एक बैठक की. इस बैठक में डीएसपी हेडक्वार्टर विजय कुमार, सीओ कपिलदेव ठाकुर, तीनों जिला परिषद सदस्य, कई मुखिया, अन्य पंचायत प्रतिनिधि और काफी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे. इस दौरान एसपी ने सभी लोगों से अपील की कि आप अपनी समस्या को लेकर सीधे थाने में आएं और अपनी बात हमारे सामने रखें. किसी भी सुनी सुनाई बातें या अफवाहों पर ध्यान न दें और बिचौलियों को हावी न होने दें. उन्होंने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि और जनता के बीच बेहतर तालमेल से ही कानून व्यवस्था बेहतर तरीके से संचालित की जा सकती है. जिसका फायदा आम जनों को होगा.
एसपी ने कहा बेहतर कानून व्यवस्था विकास के लिए जरूरी: बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसपी पीतांबर सिंह ने कहा कि हमारा प्रयास यह है कि हम सभी के साथ मिलजुलकर बेहतर तालमेल कर, एक भयमुक्त शांत वातावरण का निर्माण करें. जो विकास की पहली सीढ़ी है. पंचायत प्रतिनिधियों और जनता से हमने अपील की है कि आप पुलिस को अपना दोस्त समझें, जो भी समस्या है उसे लेकर सीधे बातचीत करें, अगर कोई शरारती या असामाजिक तत्व माहौल को खराब करना चाहता है तो इसकी सूचना हमें तुरंत दें. ताकि उनके मंसूबे पर हम पानी फेर सकें. हम सबका प्रयास होना चाहिए कि एक बेहतर समाज का निर्माण किया जाए.
कोल साइडिंग को लेकर एसडीओ ने भी की बैठक: शनिवार को बीजीआर कंपनी का कोल साइडिंग खुलने पर शिकारीपाड़ा प्रखंड में अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में ग्रामीण जनप्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित हुई. जिसमें एसडीएम ने इस बात पर चर्चा की कि हरिनसिंगा रेलवे स्टेशन पर बीजीआर कंपनी का कोल साइडिंग खुलना है, इसके लिए आप समर्थन करें. उन्होंने आगे कहा कि निश्चित रूप से इससे इलाके का विकास होगा. वहीं दूसरी तरफ जो भी पंचायत, प्रतिनिधि या ग्राम प्रधान बैठक में शामिल हुए वे इस बात पर अड़े नजर आए कि पहले हम लोग अपने गांव के लोगों के साथ बैठक करेंगे, फिर उसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचेंगे. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अभी तक वहां से स्टोन चिप्स का रैक लोड होता था लेकिन वह बंद हो चुका है. हमलोग स्टोन चिप्स लोडिंग से जुड़े थे, जिससे हमें रोजगार प्राप्त होता था. लेकिन बीजीआर कंपनी के दस्तक देने से सारा कुछ बंद हो जाएगा. इसी दौरान शिकारीपाड़ा प्रखंड प्रमुख हुदू मरांडी ने कहा कि संबंधित गांव वालों के साथ जल्द एक बैठक कर किसी निर्णय पर पहुंचेंगे.
एसडीओ ने कहा कंपनी लोगों को देगी रोजगार: पूरे मामले पर एसडीएम कौशल कुमार ने कहा कि कुछ दिन पहले भी बीजीआर कंपनी के लोग अपनी हरिनसिंगा रेलवे साइडिंग को सेट करने के लिए मौके पर गए थे. जहां ग्रामीणों के साथ उनकी कहासुनी हो गई थी. इसी वजह से हम लोग बैठक कर ग्रामीणों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि यह आपके लिए काफी बेहतर होगा. बीजीआर कंपनी को निर्देश दिया गया है कि अधिक से अधिक आसपास के लोगों को वहां रोजगार दिया जाए.