दुमकाः जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के हथगढ़ गांव में पुलिस ने छापेमारी कर भारी मात्रा में नशे के तौर पर इस्तेमाल किया जानेवाले प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया है. इस दौरान पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है. कुल 5 हजार 166 बोतल कफ सिरप बरामद की गई है. जिसकी अनुमानित कीमत आठ लाख रुपए आंकी जा रही है.
गुप्त सूचना पर पुलिस ने हंसडीहा के हथगढ़ गांव में की छापेमारीः दरअसल, दुमका एसपी अंबर लकड़ा को गुप्त सूचना मिली थी कि हंसडीहा थाना क्षेत्र के हथगढ़ गांव में राजेश रंजन नामक व्यक्ति के घर में भारी मात्रा में ओनेरेक्स कफ सिरप छिपा कर रखा गया है. जिसका इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है. इस सूचना पर जरमुंडी के एसडीपीओ शिवेंद्र के नेतृत्व में एक स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई. टीम ने छापेमारी कर 43 पेटी में रखी 5 हजार 133 बोतल कफ सिरप बरामद की है. जिसकी कीमत लगभग आठ लाख रुपए आंकी गई है.
पुलिस ने मामले में दवा दुकान संचालक और गोदाम मालिक को किया गिरफ्तारः पुलिस को छापेमारी में पता चला कि यह कफ सिरप हंसडीहा चौक स्थित चांद मेडिकल नामक दवा दुकान के मालिक मोहम्मद इसराइल अंसारी ने रखवाया है. पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मो इसराइल अंसारी और गोदाम मालिक राजेश रंजन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मामले में दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
पुलिस आरोपियों से कर रही है पूछताछः इस संबंध में जरमुंडी के एसडीपीओ शिवेंद्र ने बताया कि बरामद कफ सिरप प्रतिबंधित है और इसमें कोडीन नामक केमिकल मिला हुआ है, जो हमारे शरीर के लिए काफी हानिकारक है. उन्होंने बताया कि चांद मेडिकल के मालिक मो इसराइल और राजेश रंजन जिनके घर में यह रखा हुआ था दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है. साथ ही इस कारोबार लिप्त अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है.
नशे की गिरफ्त में दुमका के युवाः बताते चलें कि दुमका के युवा नशे की गिरफ्त में हैं. युका काफी ऊंची कीमत पर दवा दुकानों से ऐसे कफ सिरप खरीदते हैं और इसका इस्तेमाल नशा के लिए करते हैं. यह कफ सिरप शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क को भी काफी नुकसान पहुंचता है. कुछ माह पहले भी दुमका नगर थाना पुलिस ने एक ट्रांसपोर्ट गोदाम में छापेमारी कर इस तरह के प्रतिबंधित कफ सिरप हो बरामद किया था. उक्त मामले में कई कारोबारी जेल गए थे.