दुमकाः विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ धाम मंदिर परिसर स्थित सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी दुमका सह बासुकिनाथ मंदिर सचिव ने प्रशासनिक पदाधिकारियों और मंदिर प्रभारी के साथ बैठक की, जिसमें कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर निर्णय लिया गया.
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दुमका बासुकीनाथ धाम मंदिर में पूजन व्यवस्था को लेकर एसडीओ ने स्थानीय पदाधिकारियों पंडा पुरोहितों के साथ बैठक की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मंदिर में पूजन सामग्री के अपशिष्ट से हर्बल अगरबत्ती बनाई जाएगी. इसके साथ देश विदेश से आए श्रद्धालुओं को ऐसी सुविधा दी जाए, जिससे वो सुगमतापुर्वक जल अर्पण कर सकें और यहां से एक अच्छा संदेश अच्छी छवि लेकर यहां से जाएं.
बासुकीनाथ मंदिर परिसर स्थित प्रशासनिक भवन के सभागार में मंदिर सचिव सह दुमका अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, मंदिर प्रभारी आशीष कुमार, जरमुंडी बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू, पंडा धर्मरक्षिणी सभा अध्यक्ष मनोज पंडा समेत अन्य कई लोग इस मीटिंग में शामिल हुए है. एसडीओ ने बासुकीनाथ मंदिर की पूजा व्यवस्था, मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था, मंदिर के संसाधन सहित अन्य बातों की जानकारी ली. इसके साथ ही बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक जलाभिषेक कराए जाने को लेकर सबों से आवश्यक रायशुमारी की.
बासुकीनाथ धाम पंडा धर्मरक्षिणी सभा अध्यक्ष मनोज पंडा ने कहा कि मंदिर में विधि व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल रही है, इस पर प्रशासन को विशेष ध्यान देना होगा कहा कि वीआईपी कल्चर पर रोक लगानी होगी, मंदिर परिसर में सुरक्षाबलों की संख्या को बढ़ानी होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि निकास द्वार से किसी का भी प्रवेश निषेध करना होगा तभी विधि व्यवस्था सुचारू रूप से चल पाएगी. पंडा धर्म रक्षणी सभा के महामंत्री संजय झा ने कहा कि मंदिर में प्रशासनिक व्यवस्था लगभग फेल है, उसे सुधार करने के लिए प्रशासन को मंदिर पर विशेष निगरानी करनी होगी.
बासुकीनाथ मंदिर में विधि व्यवस्था सुचारू रूप से कैसे चले उस पर निर्णय लेने के लिए मंदिर सचिव ने स्थानीय पदाधिकारियों मंदिर प्रभारी और पंडा समाज के साथ की बैठक. इसमें उपस्थित लोगों ने दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव सचिव ने सुझाव पर विचार करने का वादा किया. इस बैठक में श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलअर्पण करना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए जो भी कर्मी व पंडा पुरोहित मंदिर में रहे, सभी का एक ही उद्देश्य होना चाहिए देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जल अर्पण कराया जाए.