दुमका: जिले के जामा प्रखंड के कमारदुधानी गांव में राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र (State Level Archery Training Center) है. वर्तमान में यहां 25 छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. इस प्रशिक्षण केंद्र में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इन्हें पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पा रही है. प्रशिक्षण केंद्र में तीरंदाजी से जुड़े उपकरणों की काफी कमी है. जिससे खिलाड़ियों को ट्रेनिंग में परेशानी (Training Problems for Archers) होती है.
खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा उपकरण: तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र के खिलाड़ियों ने बताया कि प्रशिक्षक सही ढंग से हमें सिखा रहे हैं, पर उपकरणों की कमी की वजह से हमें परेशानी हो रही है. केंद्र में धनुष की संख्या सिर्फ सात है. इस सात धनुष में तीन कंपाउंड और चार रिकब है. धनुष की संख्या पर्याप्त नहीं होने की वजह से हमें प्रशिक्षण के दोरान परेशानी होती है. वे इस पर ध्यान देने की मांग कर रहे हैं. प्रैक्टिस एरिया में शेड व्यवस्था नहीं होने की वजह से खिलाड़ी धूप में अभ्यास करते हैं.
राष्ट्रीय स्तर पर दिलाया है मेडल: इस प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षित प्रकाश मांझी और प्रेम सोरेन ऐसे तीरंदाज हैं जो राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रकाश मांझी ने अंडर-14 के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में टीम लेवल पर गोल्ड और व्यक्तिगत में सिल्वर मेडल जीता है. इसके अलावा और तीन राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी बेहतर प्रदर्शन किया है. इधर प्रेम सोरेन स्टेट में चैंपियन रह चुके हैं. ये दोनों अगले सप्ताह राजस्थान में शुरू हो रहे तीरंदाजी के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सेलेक्ट हुए हैं.
जल्द उपलब्ध होगी सुविधाएं: तीरंदाजी प्रशिक्षण केंद्र में उपकरणों की कमी के संबंध में झारखंड तीरंदाजी संघ के उपाध्यक्ष केएन सिंह से कहा कि वे भी स्वीकार करते हैं कि यहां उपकरणों की कमी है. वे कहते हैं कि सरकार का ध्यान इस तरफ है. हाल ही में टेंडर भी हुआ है. केंद्र में सारे उपकरण पर्याप्त मात्रा में जल्द उपलब्ध करा दिए जाएंगे. खिलाड़ियों को जो भी व्यवस्था चाहिए जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा. खिलाड़ियों की परेशानी को दूर किया जाएगा.