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बांस कारीगर मेला की तैयारी पूरी, देश-विदेश के कारीगर करेंगे शिरकत

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Published : Sep 17, 2019, 9:50 PM IST

दुमका में 18 से 19 सितंबर तक बांस कारीगर मेला का आयोजन किया जा रहा है. इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. इसमें देश के 6 हजार बांस हस्तशिल्प के कारीगर हिस्सा लेंगे साथ ही कई देशों के भी कारीगर अपनी कारीगरी को दिखाएंगे. कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू करेंगे.

बांस कारीगर मेला की तैयारी पूरी

दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में बांस कारीगर मेला की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. यह कार्यक्रम बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में 18-19 सितंबर तक चलेगा, जिसमें देश के 7 राज्यों के 6 हजार से अधिक बांस हस्तशिल्प के कारीगर भाग लेंगे. इस आयोजन में पूरे भारत सहित श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान के बांस उत्पादों के विक्रेता भी पहुंच रहे हैं.

देखें पूरी खबर

आयोजक का क्या है कहना
झारखंड सरकार के हस्तशिल्प विभाग के निदेशक उदय प्रताप ने बताया कि झारखंड और विशेषकर संथालपरगना के वैसे कारीगर जो बांस से उत्पादों का निर्माण करते हैं, उनके लिए बांस कारीगर मेला काफी लाभकारी साबित होगा. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश और विदेश के लोग भाग ले रहे हैं.

इसे भी पढ़ें:- गुमला की महिलाएं बन रही सशक्त, मुर्गी पालन से कर रही अच्छी आमदनी

स्थानीय लोगों में उत्साह
उपराजधानी में इस तरह के बड़े आयोजन से स्थानीय लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है. उनका कहना है कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि यह आयोजन हमारे शहर में हो रहा है. इससे काफी लोगों को लाभ मिलेगा, लेकिन लोगों का यह भी कहना है कि स्थानीय स्तर पर इसका जितना प्रचार-प्रसार होना था वह नहीं हो पाया.

इस आयोजन में काफी खर्च किए जा रहे हैं. ऐसे में इसका जो उद्देश्य है कि बांस के कारीगर को उसके उत्पादों का उचित मूल्य सुनिश्चित करना यह कहां तक पूरा होगा यह देखना दिलचस्प होगा.

दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में बांस कारीगर मेला की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. यह कार्यक्रम बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में 18-19 सितंबर तक चलेगा, जिसमें देश के 7 राज्यों के 6 हजार से अधिक बांस हस्तशिल्प के कारीगर भाग लेंगे. इस आयोजन में पूरे भारत सहित श्रीलंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान के बांस उत्पादों के विक्रेता भी पहुंच रहे हैं.

देखें पूरी खबर

आयोजक का क्या है कहना
झारखंड सरकार के हस्तशिल्प विभाग के निदेशक उदय प्रताप ने बताया कि झारखंड और विशेषकर संथालपरगना के वैसे कारीगर जो बांस से उत्पादों का निर्माण करते हैं, उनके लिए बांस कारीगर मेला काफी लाभकारी साबित होगा. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश और विदेश के लोग भाग ले रहे हैं.

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स्थानीय लोगों में उत्साह
उपराजधानी में इस तरह के बड़े आयोजन से स्थानीय लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है. उनका कहना है कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि यह आयोजन हमारे शहर में हो रहा है. इससे काफी लोगों को लाभ मिलेगा, लेकिन लोगों का यह भी कहना है कि स्थानीय स्तर पर इसका जितना प्रचार-प्रसार होना था वह नहीं हो पाया.

इस आयोजन में काफी खर्च किए जा रहे हैं. ऐसे में इसका जो उद्देश्य है कि बांस के कारीगर को उसके उत्पादों का उचित मूल्य सुनिश्चित करना यह कहां तक पूरा होगा यह देखना दिलचस्प होगा.

Intro:दुमका -
झारखंड की उपराजधानी दुमका के बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में बांस कारीगर मेला की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है । 18 - 19 सितंबर को आयोजित होने वाले इस वृहत कार्यक्रम में देश के 7 राज्यों के 6 हज़ार से अधिक बांस हस्तशिल्प के कारीगर भाग लेंगे । इस आयोजन में पूरे भारत सहित श्रीलंका, अफगानिस्तान , बांग्लादेश , भूटान के बांस उत्पादों के विक्रेता भी पहुंच रहे हैं । अभी तक के तय कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू इस आयोजन के उद्घाटन में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे ।


Body:क्या कहना है आयोजन से जुड़े अधिकारी का ।
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झारखंड सरकार के हस्तशिल्प रेशम , हस्तशिल्प विभाग के निदेशक उदय प्रताप ने बताया कि झारखंड और विशेषकर संथालपरगना के वैसे कारीगर जो बांस से उत्पादों का निर्माण करते हैं उनके लिए बांस कारीगर मेला काफ़ी लाभकारी साबित होगा । प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा । उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश और विदेश के लोग भाग ले रहे हैं ।

बाईंट - उदय प्रताप , निदेशक , हस्तशिल्प - रेशम - हस्तकरघा , झारखंड सरकार



Conclusion:स्थानीय लोगों में हर्ष ।
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उपराजधानी में इस तरह के बड़े आयोजन से स्थानीय लोगों में काफी खुशी देखी जा रही है । उनका कहना है कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि यह आयोजन हमारे शहर में हो रहा है । इससे काफी लोगों को लाभ मिलेगा लेकिन लोगों का यह भी कहना है कि स्थानीय स्तर पर इसका जितना प्रचार प्रसार होना था वह नहीं हो पाया ।
बाईट- संजय कुमार, स्थानीय नागरिक

फाईनल वीओ - इस आयोजन में काफी खर्च किये गए हैं । ऐसे में इसका जो उद्देश्य है कि बांस के कारीगर को उसके उत्पादों का उचित मूल्य सुनिश्चित करना यह कहां तक पूरा होगा यह देखना दिलचस्प होगा ।

मनोज केशरी
ईटीवी भारत
दुमका
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