दुमका:गोहाल निर्माण में हुए विवाद में एसिड अटैक मामले में पीड़ित परिवार के सदस्यों ने सोमवार को दुमका एसपी अंबर लकड़ा के आवास पर पहुंच कर उनसे मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने एसपी से दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं एसपी ने भी पीड़ित परिवार से सदस्यों को न्याय का भरोसा दिलाया है. बताते चलें कि जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के कोरदाहा गांव में गोहाल का छप्पर बनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. जिसमें एक पक्ष के द्वारा दूसरे पक्ष पर एसिड अटैक किया गया था. जिसमें एक परिवार के तीन लोग बुरी तरह से झुलस गए थे.
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जान से मारने की नीयत से एसिड अटैक का लगाया आरोपः वहीं एसपी से मिलकर परिजनों ने बताया कि मुन्ना साह और उसके परिवार वालों ने जान से मारने की नीयत से एसिड अटैक किया था. इसके बावजूद अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं निरंजन यादव ने एसपी को बताया कि हमें घर जाने में काफी डर लग रहा है. क्योंकि वे काफी आक्रमक हैं और फिर से हमला कर सकते हैं. इधर, एसपी ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि मामले में पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है. डरने की आवश्यकता नहीं है.
क्या कहते हैं थाना प्रभारीः वहीं इस संबंध में सरैयाहाट के थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि यह घर निर्माण विवाद में दो परिवारों के बीच विवाद और मारपीट का मामला है. जिसमें एक पक्ष ने तेजाब का प्रयोग किया है. आरोपी मुन्ना साह ने भी निरंजन यादव पर लाठी-डंडे से मारपीट करने का आरोप लगाया है. उनके भी दो-तीन लोगों को काफी चोट आई है. उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस मामले में हमने मुन्ना साह के चाचा फाल्गुनी साह को गिरफ्तार किया है अन्य जो भी इस घटना में दोषी हैं उन पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
31 मार्च को गोहाल निर्माण के दौरान दो पक्षों में हुई थी मारपीटः दरअसल, दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के कोरदाहा गांव में निरंजन यादव और मुन्ना साह का परिवार अगल-बगल रहता है. तीन दिन पूर्व 31 मार्च को निरंजन यादव गोहाल का छप्पर बनवा रहा था. इस पर मुन्ना साह उससे यह कहते हुए उलझ गया कि तुमने जो छप्पर बनवाया है उसका पानी मेरे आंगन में गिरेगा. इसलिए गोहाल को यहां से हटाओ. इसी बात पर दोनों परिवार के बीच हाथापाई शुरू हो गई और देखते ही देखते लाठी-डंडे चलने लगे. इतने में मुन्ना साह जो आभूषण व्यवसायी है वह अपने घर से तेजाब का बोतल उठा लाया और सीधे निरंजन यादव की पुत्री, पुत्र सुजीत कुमार और पत्नी शांति देवी पर डाल दिया.
मारपीट के दौरान एक पक्ष ने किया था एसिड अटैकः इस दौरान शांति देवी ने तो किसी तरह अपने आप को बचा लिया, लेकिन बाकी तीनों सदस्य तेजाब से बुरी तरह से झुलस गए. खासतौर पर निरंजन यादव की नाबालिग पुत्री का चेहरा और हाथ बुरी तरह झुलस गया. आनन-फानन में उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां से बाद में देवघर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. दो दिन तक इलाज कराने के बाद जब दो अप्रैल को वे लौटे तो सरैयाहाट थाना में शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद मामला प्रकाश में आया. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और कोरदाहा गांव पहुंच कर फाल्गुनी साह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.