दुमका: अपने पुत्र के लिए दूध गर्म करते समय बुरी तरह जले जरमुंडी थाना क्षेत्र के नोनीहाट गांव के युवक करन थानदार की इलाज के क्रम में मौत हो गई. उसका 10 दिनों से इलाज चल रहा था. उसे गंभीर अवस्था में फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने पत्नी गीता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया लेकिन उसके अनुरोध पर शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया.
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पत्नी ने दी घटना की जानकारी
पत्नी गीता देवी ने बताया कि 15 मई की सुबह बच्चा रो रहा था और मैं घर के दूसरे काम में व्यस्त थी, तो पति को दूध गरम करने के लिए कहा. इधर ध्यान नहीं देने पर दूध उबलकर गिरने लगा तो पति करण ने जल्दबाजी में गरम बर्तन उठा लिया. बर्तन हाथ से छूट गया और सारा गर्म दूध चेहरे और शरीर पर गिर गया. बुरी तरह से जल जाने के बाद इलाज के लिए उन्हे भर्ती कराया लेकिन उनकी मौत हो गई.
सूचना मिलने पर नगर थाना की पुलिस अस्पताल पहुंची और पत्नी का बयान लेकर पंचनामा तैयार किया. पत्नी ने उनसे अनुरोध किया कि यह एक हादसा था और अब वह पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहती है. वरीय पदाधिकारी से बात करने के बाद बिना पोस्टमार्टम के शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया.