धनबादः कोयलांचल में प्रिंस खान का एक वीडियो बड़ी ही तेजी के साथ वायरल हो रहा है. वीडियो में प्रिंस खान, सिंह मेंशन को खुली धमकी देते नजर आ रहा है. प्रिंस खान कह रहा है कि सिंह मेंशन के लोग संभल जाए. वरना 80 और 90 के दशक की पुरानी कहानी फिर से हमें दोहरानी पड़ेगी. अपने वीडियो में उसने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह और उसके देवर हर्ष सिंह को बेकसूर और निर्दोष बताया है. हालांकि ई़टीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
प्रिंस खान कह रहा है कि रागिनी सिंह का कहना है कि अजय रवानी का प्रिंस खान, पूर्णिमा सिंह और हर्ष सिंह से ताल्लुकात है. रागिनी सिंह का यह कहना बिल्कुल ही गलत है. यह सारा खेल खुद रागिनी सिंह का है. रागिनी सिंह के पति संजीव सिंह जेल में बैठकर यह षड्यंत्र रच रहे हैं. पहले अजय रवानी को पूर्णिमा सिंह के पास भेजा गया. उसके बाद उसे हर्ष सिंह के पास भेजा गया है. यह चक्रव्यूह जेल में बंद संजीव सिंह का रचा हुआ है. हर्ष सिंह को मारने के लिए जेल में बैठकर संजीव सिंह षड्यंत्र रच रहा है.
प्रिंस खान वीडियो में कह रहा है कि रागिनी हमें खूंखार अपराधी बोलती है, हमने जितने भी मर्डर किए उसकी जिम्मेवारी भी मैंने ली है. मैंने कभी अपनों का खून नहीं बहाया है. सत्ता और पैसे के लालच के चक्कर में एक साथ चार चार लोगों का हम संहार नहीं करते हैं. लेकिन सिंह मेंशन ऐसे लोगों का संहार करती है. अपने ही भाई को मौत के घाट उतारती है. हमने जितने भी लोगों को मौत के घाट उतारे हैं. वह सभी दो नंबर के हैं. डॉक्टर से रंगदारी हम नहीं मांगते हैं. डॉक्टर से रंगदारी मांगना सिंह मेंशन का काम है.
पिछली बार भी जेल में बैठकर संजीव सिंह डॉक्टर से रंगदारी मांगा था. जिसके बाद डॉक्टर धनबाद छोड़कर चला गया था. अपनी राजनीति रागिनी सिंह अपने घर तक रखें, मेरे तक अपनी राजनीति पहुंचाने की कोशिश ना करें. हम राजनीति नहीं करते हम रक्त नीति करते हैं. रक्त नीति में आना है, तो खुले रूप से आओ. हम इस रक्त नीति का स्वागत करते हैं. बहुत जल्द ही तुम्हारे क्षेत्र में एक कोयला व्यवसाई को मौत के घाट उतारने वाले हैं. आद्रा डिवीजन का काके सरदार को पहले मौत की नींद सुलायेंगे. मौत के बाद सोशल मीडिया पर चिट्ठी गिरा कर हम खुद इस घटना की जिम्मेवारी भी लेंगे. पहले जाकर सरदार को बचाओ. सत्ता की आड़ में अपने खून को अपने भाई को मारना तुम लोग का काम है.
अमन सिंह का जिंदगी खराब करने वाला संजीव सिंह है. इसलिए अमन सिंह धनबाद को डिस्टर्ब कर रहा है. अमन सिंह और मुझसे कोई भी आपस में संपर्क नहीं है. यह सिंह मेंशन की एक साजिश है. हर्ष सिंह की हत्या कराने की साजिश संजीव सिंह जेल में बैठकर रच रहा है. संजीव अपराध की सिस्टम का एक हिस्सा है. संजीव सिंह को दुमका जेल भेज देने के बाद पूरा धनबाद अपने आप ही शांत हो जाएगा. सभी जगह संजीव सिंह अमन सिंह से फोन करवाता है. बाद में संजीव सिंह उसे मैनेज करवाता है. मैनेज के नाम पर आधा पैसा संजीव सिंह रखता है, जबकि आधा पैसा अमन सिंह को दे देता है.
उसने कहा कि ऐसा कोई काम मत किया करें, जिससे 80 और 90 के दशक को हम फिर से याद दिला दें. सिंह मेंशन के लोग ओवरब्रिज से गाड़ी में छुपकर पार होते थे. फिर से हम वही पुराना दिन लौटा देंगे. छोटे सरकार के डर से गाड़ी में छिपकर जाने को मजबूर कर देंगे. अपनी राजनीति अपने घर में रखो. मेरे रक्त नीति में आने की कोशिश मत करो. आगे से मीडिया में मेरे को लेकर कोई भी बयान बाजी रागिनी सिंह ना करें. वरना सभी को छोड़कर हमें तुमसे ही लड़ना पड़ेगा। वरना सिंह मेसन को बलिया भेजना पड़ेगा। प्रिंस खान ने कहा कि रागिनी सिंह की रैली में केंदुआ बाघमारा और झरिया कई क्षेत्रों के अपराधी शामिल रहते हैं. पुलिस वीडियो फुटेज निकाल कर उसकी जांच कर सकती है. सिंह मेंशन अपराधियों का अड्डा बना हुआ है.
अमित गुप्ता हाल ही में शेरू हत्याकांड में जेल से बाहर निकला है. वह भी तो अपराधी ही है. सिंह मेंशन की थार और स्कॉर्पियो लेकर अमित गुप्ता घूमता है. अमित गुप्ता को हम आज नहीं तो कल जरूर मारेंगे और इसकी जिम्मेवारी भी लेंगे. बहुत जल्द हम झरिया में घुसने वाले हैं. कोयला किसी की बपौती नहीं है. जिस में दम होगा वही कोयला व्यवसाय करेगा. जो भी मेरे रास्ता में आएगा, उसको ठोकेंगे और उसकी जिम्मेवारी भी लेंगे.