धनबाद: जिले के सबसे बड़े अस्पताल एनएमएमसीएच में एक-एक कर तीन नवजात बच्चों की मौत हो गई. घटना सोमवार की है. लेकिन, इस घटना के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की आंखें नहीं खुल रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अस्पताल के NICU वार्ड में लापरवाही सामने आई है. NICU वार्ड में एक वार्मर पर तीन-तीन बच्चों को रखा जा रहा है. इससे बच्चों में एक-दूसरे से संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है. वहीं अस्पताल प्रबंधन मामले को लेकर गंभीर होता नहीं नजर आ रहा है.
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इस मामले को लेकर एनएमएमसीएच के अधीक्षक से बात की गई. उनका कहना है कि NICU वार्ड में वार्मर की संख्या कम है. जिसे बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है. अधीक्षक ने कहा कि सभी का इलाज करना हमारी पहली प्राथमिकता है. वे किसी को निराश नहीं लौटा सकते हैं.
वहीं एनआईसीयू वार्ड के नर्स के इंचार्ज और डॉक्टर ने बताया कि एक-एक बेड पर तीन-तीन बच्चों को रखकर इलाज किया जा रहा है. लोग तीन बच्चों की वेंटिलेटर के कारण मौत होने का आरोप लगा रहे हैं. हम लोगों से जितना हो सकता है. हम उतना इलाज कर रहे हैं. नवजात को वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ती है. ऐसी स्थिति में हम नवजात को रिम्स रेफर कर देते हैं.
डीसी ने बनाई जांच कमेटी: एसएनएमएमसीएच के NICU वार्ड में एक दिन में तीन नवजात की हुई मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की नींद नहीं टूट रही है. हालांकि, घटना के बाद डीसी की देख-रेख में जांच कमेटी बनाई गई है. मृत नवजात के परिजन गिरिडीह, दुमका और जामताड़ा के रहने वाले हैं.