धनबाद: लॉकडाउन के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कोरोनावायरस के कहर ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया है. लॉकडाउन के कारण प्रत्येक राज्य के लोग एक-दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं पर झारखंड सरकार हरकत में आ गई है और अब दूसरे जिलों से अपने राज्य के लोगों को वापस लाने की पहल शुरू कर चुकी है, लोगों के वापस आने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
बता दें, कि पूरे भारतवर्ष में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है और लॉकडाउन के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं बार-बार यह मांग उठ रही थी, कि दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को अपने राज्य और अपने घरों में वापस बुलाया जाए. जिस पर अब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है और अब यह दिख भी रहा है. बीते दिनों हैदराबाद से 12 सौ की संख्या में स्पेशल ट्रेन चलाकर लोगों को रांची लाया गया और फिर स्पेशल ट्रेन चलाकर कोटा से रांची और धनबाद लाने का प्रयास छात्रों को किया जा रहा है. कोटा से एक स्पेशल ट्रेन 1393 छात्रों को लेकर धनबाद पहुंचेगी जिसमें संथाल परगना और उत्तरी छोटानागपुर के 10 जिले के छात्र शामिल रहेंगे. इन सभी छात्रों की मेडिकल जांच और खाने-पीने की व्यवस्था स्टेशन और गोल्फ ग्राउंड में होगी. इसके बाद गोल्फ ग्राउंड में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित बसों के माध्यम से धनबाद के अलावा दूसरे जिलों के छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी धनबाद जिला प्रशासन उठाएगी और सभी छात्रों को उनके घर तक भेजा जाएगा. धनबाद के छात्रों को भी उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन ने ली है.
धनबाद उपायुक्त अमित कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा है कि जितने भी छात्र आ रहे हैं उनके अभिभावकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. सभी छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी झारखंड सरकार और जिला प्रशासन की है और यह सफलतापूर्वक किया जाएगा. जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर इसकी तैयारी में लगी हुई है कोई भी अभिभावक अपने लोगों को लेने के लिए स्टेशन तक ना पहुंचे.