धनबाद: पुलिस ने निरसा के एमपीएल ओपी क्षेत्र के लाघाटा गांव की रहनेवाली रिबोतो हांसदा की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है. पुलिस का दावा है कि महिला के बेटे ने ही अपनी मां की हत्या डंडे से पीटकर की थी. बाद में मर्डर को सुसाइड का रूप देने के लिए बेटे ने शव को जंगल में ले जाकर एक पेड़ से साड़ी का फंदा बनाकर लटका दिया. पुलिस ने महिला के 20 वर्षीय बेटे चितरंजन हांसदा को गिरफ्तार कर लिया है.
27 जुलाई को महिला का मिला शव
लाघाटा गांव के रेपोटांड टोला में 27 जुलाई को एक पेड़ के नीचे महिला रिबोतो हांसदा का शव मिला था. शव की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस ने सफलता पाई है. पुलिस ने महिला के छोटे बेटे चितरंजन हांसदा को गिरफ्तार किया है. रिबोतो हांसदा के साथ अक्सर उसके बेटे चितरंजन और बहू गीता हांसदा के बीच लड़ाई-झगड़ा होते रहता था. 24 जुलाई की शाम को बाहर से घूमकर आने के बाद रिबोती घर आई. उसके बाद रिबोती और चितरंजन की पत्नी गीता के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई शुरू हो गई. इस दौरान चितरंजन ने घर में रखे एक डंडे से गुस्से में आकर मां के सिर पर दे मारा, जिसके बाद वह जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई.
घटना की जानकारी भाई और पिता से छुपाया
घटना के वक्त चितरंजन और उसकी पत्नी दोनों घर पर अकेले थे. चितरंजन के पिता लुसु हांसदा और बड़ा बेटा मनोरंजन हांसदा बराकर नदी में मछली मारने के लिए गए थे. रात के 9:00 बजे तक चितरंजन ने शव को घर में ही रखा. चितरंजन ने खून से सने डंडे को भी जलाकर राख कर दिया. रात में जब चारों ओर सन्नाटा हो गया तो चितरंजन अपने मां के शव को कंधे पर रखकर घर से कुछ दूर जंगल ले गया और नीम के पेड़ में उसकी साड़ी से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की. सुबह जब मछली मार कर चितरंजन के पिता और बड़े भाई मनोरंजन वापस घर लौटा और मां के बारे में चितरंजन से पूछा तो चितरंजन ने बताया कि वह घर नहीं लौटी है, किसी रिश्तेदार के यहां चले जाने की बात चितरंजन ने अपने पिता और भाई से कही.
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पुलिस को घटना की दी गई जानकारी
मृत महिला के बड़े बेटे मनोरंजन ने दूसरे दिन पास पड़ोस में अपनी मां की काफी खोजबीन की, लेकिन उसे मां के बारे में कोई भी जानकारी हासिल नहीं हुई, जिसके बाद बड़े भाई को मामा और छोटे भाई पर आशंका हुई. मनोरंजन ने आशंका जताते हुए पुलिस को इस बात की जानकारी दी. एमपीएल प्रभारी वसीम अनवर ने मनोरंजन की बात पर छानबीन शुरू कर दी थी. चितरंजन को दबोचने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया.
शव देखने जाने से भी रोका
चितरंजन बहुत ही शातिर दिमाग का था. 27 जुलाई को जब अज्ञात महिला का शव मिला था. उसने अपने पिता बड़े भाई को शव देखने के लिए जाने से मना कर दिया था. चितरंजन को यह आशंका थी कि शव देखने के बाद दोनों पहचान लेंगे. सिजुआ के रंगडीह टोला के रहने वाले गीता से चितरंजन ने प्रेम विवाह किया था. चितरंजन की बहन का ससुराल रंगडीह में है. गीता का उसकी बहन के घर पर आना जाना था. चितरंजन और गीता दोनों की मुलाकात बहन के ससुराल में ही हुई. दोनों में हुई मुलाकात के बाद प्यार हो गया और फिर दोनों ने शादी रचा ली.