धनबादः मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बीसीसीएल की सुदामडीह इंक्लाइन परियोजना के सामने मजदूर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने मांग पूरी होने तक आंदोलन का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें-अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग प्रतियोगिता: 20 किलोमीटर वॉक रेस में संदीप, राहुल और प्रियंका ने किया ओलंपिक क्वालिफाई
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त मोर्चा के नेता वीरेंद्र निषाद ने कहा कि कोरोना काल में स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. उन्हें काम मिले तो उनका गुजर-बसर हो, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन पे लोडर से कोयले की लोडिंग कराने से बाज नहीं आ रहा है. इससे लोगों के लिए रोजगार सृजित नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल की अन्य कोलियरी में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो. इसको लेकर मेनुअल लोडिंग कराई जाती हैं, जिसमे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है. जिससे कि उनका जीवन यापन चलता रहे, लेकिन स्थानीय प्रबंधन तानाशाही रवैया अपनाते हुए यहां लोडिंग का कार्य पे लोडर से करा रहा है. मैनुअल लोडिंग कराए जाने की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा से सदस्य धरना दे रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन करेंगे.
बीसीसीएल में मशीन से लोडिंग का विरोध, मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर शुरू किया धरना
मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बीसीसीएल की सुदामडीह इंक्लाइन परियोजना के सामने मजदूर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने मांग पूरी होने तक आंदोलन का ऐलान किया है.
धनबादः मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले बीसीसीएल की सुदामडीह इंक्लाइन परियोजना के सामने मजदूर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए हैं. उन्होंने मांग पूरी होने तक आंदोलन का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें-अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग प्रतियोगिता: 20 किलोमीटर वॉक रेस में संदीप, राहुल और प्रियंका ने किया ओलंपिक क्वालिफाई
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त मोर्चा के नेता वीरेंद्र निषाद ने कहा कि कोरोना काल में स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. उन्हें काम मिले तो उनका गुजर-बसर हो, लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन पे लोडर से कोयले की लोडिंग कराने से बाज नहीं आ रहा है. इससे लोगों के लिए रोजगार सृजित नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल की अन्य कोलियरी में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो. इसको लेकर मेनुअल लोडिंग कराई जाती हैं, जिसमे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता है. जिससे कि उनका जीवन यापन चलता रहे, लेकिन स्थानीय प्रबंधन तानाशाही रवैया अपनाते हुए यहां लोडिंग का कार्य पे लोडर से करा रहा है. मैनुअल लोडिंग कराए जाने की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा से सदस्य धरना दे रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें पूरी नहीं होने तक आंदोलन करेंगे.