धनबादः सदर अस्पताल में कुपोषितों के इलाज के लिए कुपोषण केंद्र खोला जाना था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण नहीं खोला जा सका है. इसे लेकर धनबाद विधायक राज सिन्हा ने विधानसभा में आवाज भी उठाई थी, लेकिन हालात में कोई बदलाव नहीं आया, कुपोषण केंद्र नहीं खुल पाया.
धनबाद सदर अस्पताल में कुपोषण केंद्र खोले जाने की योजना थी. विधायक राज सिन्हा ने साल 2022 में विधानसभा सत्र के दौरान सदर अस्पताल में कुपोषण केंद्र खोले जाने के लिए आवाज उठाई थी. सदन में मामला आने के बाद रांची मुख्यालय से करीब 10 लाख से भी अधिक के सामानों को भेज कर कुपोषण उपचार केंद्र खोलने का निर्देश दिया गया था. विडंबना यह है कि अब तक सदर अस्पताल में कुपोषण केंद्र नहीं खोला जा सका है.
वहीं मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक ने जिला स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर तीन दिनों के अंदर कुपोषण उपचार केंद्र से संबधित जानकारी मांगी है. जिसमें मरीज के इलाज और उन्हें दी जाने वाली निःशुल्क दवाओं से संबंधित रिपोर्ट मांगी गई है. डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ राजकुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल सिर्फ कुपोषण केंद्र के लिए जगह का चयन किया जा सका है. पूर्व में जिस जगह का चयन हुआ था. वह स्थान कुपोषित लोगों के रहने के लायक नहीं था. कुपोषण केंद्र खोलने की तैयारी शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि 10 लख रुपए जो सरकार के द्वारा निर्गत किए गए थे, उसकी जानकारी नहीं है. इसके साथ ही स्वास्थ्य उपनिदेशक को रिपोर्ट सौंपने के मामले में उन्होंने कहा कि जो वर्तमान हालात हैं, उसी पर रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
इस मामले को लेकर विधायक राज सिन्हा ने कहा कि मेरे द्वारा मामला सदन में उठाए जाने के बाद भी अब तक यहां कुपोषण केंद्र का निर्माण नहीं हो सका है. सरकार सिर्फ लूट खसोट में लगी हुई है. जनता की समस्याओं से सरकार को कोई भी लेना-देना नहीं है.