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स्कूल खोलने की मांगः धनबाद में अभिभावकों ने किया हंगामा - Parents created ruckus demanding to open school

दो साल से कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं. इसको लेकर बच्चों और अभिभावकों के सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है. सोमवार को धनबाद में कुछ ऐसा ही देखने को मिला. धनबाद में स्कूल खोलने की मांग को लेकर अभिभावकों ने हंगामा किया.

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स्कूल खोलने की मांग
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Published : Jan 24, 2022, 8:37 PM IST

Updated : Jan 24, 2022, 9:26 PM IST

धनबाद: कोयलांचल में सोमवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. लगभग दो साल से वैश्विक महामारी कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं. जिस कारण जिला में बच्चे और अभिभावक दोनों ही अपना आपा खो चुके हैं. सोमवार को बच्चे, अभिभावक और शिक्षक सभी स्कूल खोलने के पक्ष में खड़े हो गए और जमकर हंगामा करते हुए सड़क जाम भी कर दिया. बच्चों और अभिभावकों और शिक्षकों ने जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग की है.

इसे भी पढ़ें- प्राथमिक स्कूल खोलने की मांग तेजः सुविधाओं के अभाव में ऑनलाइन क्लास से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे हो रहे वंचित

कोरोना के कारण स्कूल बंद है, स्कूल खोलने की मांग को लेकर हंगामा धनबाद में अभिभावकों ने हंगामा किया है. सोमवार को जिला के मनइटांड़ इलाके के दुहाटांड में ये हंगामा देखने को मिला. जहां किड्स पैराडाइज स्कूल में जहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बच्चे और अभिभावकों ने जमकर हंगामा मचाया और सरकार से जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग की. अभिभावकों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि किसी के तीन चार बच्चे हैं सभी की पढ़ाई ऑनलाइन के माध्यम से होती है. सभी बच्चों को स्मार्टफोन देना संभव नहीं है जिस कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. प्रत्येक महीने रिचार्ज कराने में भी मुश्किल हो रही है. स्कूल अब खुल खुलेगा इस भरोसे के साथ जी रहा था, लेकिन अब बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है जिस कारण सब्र भी टूट चुका है.

देखें पूरी खबर

उन्होंने कहा कि जब कई राज्यों में स्कूल खुल सकता है वहां के बच्चों को कोरोना नहीं हो रहा है तो फिर झारखंड सरकार स्कूल क्यों नहीं खोल रही है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर बच्चों को कोरोना होता भी है तो उसकी जिम्मेदारी हम खुद लेने के लिए तैयार हैं. लेकिन अब सरकार के द्वारा स्कूल को खोलने का आदेश दे दिया जाए. मीडिया से बात करते हुए स्कूल के प्रिंसिपल और एसोसिएशन के महासचिव ने भी कहा कि 2 साल से कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं, जिस नर्सरी के बच्चों ने पेंसिल पकड़ना सीख लिया था आज वह ऑनलाइन के माध्यम से ऊपर क्लास जा चुके हैं. लेकिन वह पेंसिल पकड़ना भूल चुके हैं ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्कूल खोलने का आदेश देना चाहिए.

अभिभावकों ने कहा कि अगर कोरोना का प्रकोप चल भी रहा है तो सरकार कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही स्कूल खोलने का आदेश दें वह इसका पालन करने के लिए भी तैयार है. इस पूरे मामले में ईटीवी भारत की टीम ने जिला शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से बात की. उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने का आदेश देना उनके बस की बात नहीं है. आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सरकार का जो भी आदेश प्राप्त होगा उसी के अनुसार ही वह आदेश दे सकते हैं.

धनबाद: कोयलांचल में सोमवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. लगभग दो साल से वैश्विक महामारी कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं. जिस कारण जिला में बच्चे और अभिभावक दोनों ही अपना आपा खो चुके हैं. सोमवार को बच्चे, अभिभावक और शिक्षक सभी स्कूल खोलने के पक्ष में खड़े हो गए और जमकर हंगामा करते हुए सड़क जाम भी कर दिया. बच्चों और अभिभावकों और शिक्षकों ने जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग की है.

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कोरोना के कारण स्कूल बंद है, स्कूल खोलने की मांग को लेकर हंगामा धनबाद में अभिभावकों ने हंगामा किया है. सोमवार को जिला के मनइटांड़ इलाके के दुहाटांड में ये हंगामा देखने को मिला. जहां किड्स पैराडाइज स्कूल में जहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे बच्चे और अभिभावकों ने जमकर हंगामा मचाया और सरकार से जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग की. अभिभावकों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि किसी के तीन चार बच्चे हैं सभी की पढ़ाई ऑनलाइन के माध्यम से होती है. सभी बच्चों को स्मार्टफोन देना संभव नहीं है जिस कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. प्रत्येक महीने रिचार्ज कराने में भी मुश्किल हो रही है. स्कूल अब खुल खुलेगा इस भरोसे के साथ जी रहा था, लेकिन अब बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है जिस कारण सब्र भी टूट चुका है.

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उन्होंने कहा कि जब कई राज्यों में स्कूल खुल सकता है वहां के बच्चों को कोरोना नहीं हो रहा है तो फिर झारखंड सरकार स्कूल क्यों नहीं खोल रही है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर बच्चों को कोरोना होता भी है तो उसकी जिम्मेदारी हम खुद लेने के लिए तैयार हैं. लेकिन अब सरकार के द्वारा स्कूल को खोलने का आदेश दे दिया जाए. मीडिया से बात करते हुए स्कूल के प्रिंसिपल और एसोसिएशन के महासचिव ने भी कहा कि 2 साल से कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं, जिस नर्सरी के बच्चों ने पेंसिल पकड़ना सीख लिया था आज वह ऑनलाइन के माध्यम से ऊपर क्लास जा चुके हैं. लेकिन वह पेंसिल पकड़ना भूल चुके हैं ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द स्कूल खोलने का आदेश देना चाहिए.

अभिभावकों ने कहा कि अगर कोरोना का प्रकोप चल भी रहा है तो सरकार कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही स्कूल खोलने का आदेश दें वह इसका पालन करने के लिए भी तैयार है. इस पूरे मामले में ईटीवी भारत की टीम ने जिला शिक्षा प्रसार पदाधिकारी से बात की. उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने का आदेश देना उनके बस की बात नहीं है. आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सरकार का जो भी आदेश प्राप्त होगा उसी के अनुसार ही वह आदेश दे सकते हैं.

Last Updated : Jan 24, 2022, 9:26 PM IST
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