धनबाद: जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड के उद्भेदन में पुलिस को पूरे 8 महीने बाद सफलता मिली है. आशीष रंजन नामक युवक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस हत्याकांड से पर्दा उठा लिया है. रियल एस्टेट कारोबारी जय मंगल हाजरा के इशारे पर आशीष और उसके दोस्त सतीश ने मिलकर का समीर की हत्या को अंजाम दिया था. इस हत्या के लिए जय मंगल ने 10-10 लाख की सुपारी दी थी. पुलिस सतीश की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
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10-10 लाख देने का वादा
जय मंगल हाजरा ने आशीष रंजन और उसके दोस्त सतीश को समीर की हत्या की सुपारी दे दी. दोनों को जय मंगल ने 10-10 लाख रुपया देने का वादा किया था. इसी के तहत 23 जुलाई 2019 को रजिस्ट्री कार्यालय से आशीष रंजन और सतीश बाइक से समीर मंडल का पीछा करते हुए सरायढेला वीर कुंवर सिंह नगर पहुंचा. सुनसान जगह देखकर कार का शीशा नोक किया और गोली चला दी. इस घटना में समीर मंडल की मौत हो गई थी. जय मंगल हाजरा पूर्व के एक मामले में जेल में बंद है. वहीं, गिरफ्तार आशीष रंजन के दोस्त सतीश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.