धनबाद: झरिया में अग्नि प्रभावित इलाके घनुडीह के गांधी चबूतरा में 40 वर्षीय परमेश्वर चौहान गोफ में समा गए थे. शुक्रवार को बीसीसीएल की रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और फिर वापस लौट गई. शनिवार को एनडीआरएफ की टीम पटना से यहां पहुंची और रेस्क्यू कर शव को गोफ से बाहर निकालने की कोशिश की. हालांकि एनडीआरएफ की टीम पूरा शव निकालने में सफलता हासिल नहीं कर सकी है. शव का कुछ अवशेष ही निकाला जा सका है.
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एनडीआरएफ की टीम में शामिल अधिकारी ने बताया कि गोफ के अंदर का टेंपरेचर काफी अधिक है. इसके साथ गोफ के अंदर से हो रहे गैस रिसाव के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है, जिस कारण शव को निकाले जाने के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. गहराई अधिक होने के कारण भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. अंततः लोहे की रॉड के जरिए शव के अवशेष को निकाला गया है. उन्होंने आशंका जताई है कि शव अंदर में पूरी तरह से गल गया है, जिस कारण पूरा शव नहीं निकाला जा सका है.
वहीं, मौके पर पहुंचे सीओ परमेश्वर कुशवाहा ने कहा कि प्रशासन की तरफ से जो भी मुआवजे का प्रावधान है. वह आश्रित को दिया जाएगा, उन्होंने कहा कि उसका पूरा परिवार बेलगड़िया में शिफ्ट हो चुका है. ऐसे में वह यहां तक कैसे पहुंच गया यह जांच का विषय है. कहा जा रह है कि परमेश्वर अवैध रूप से कोयला चुनने के लिए वहां पहुंचा था इसी दौरान उसका पैर फिसला और वह गोफ में समा गया.