धनबाद: जिले के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के सभारी में दो पक्षों में मारपीट हो गई. इसके बाद उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की. मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी मारपीट की गई. बरवा अड्डा थाने के ASI उदय तिवारी और मौके पर पहुंची फोर्स के साथ मारपीट के बाद और पुलिस फोर्स बुलाई गई. इसके बाद काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू किया.
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गौरतलब है कि गांव में एक फुटबॉल ग्राउंड पर चाहरदीवारी निर्माण का कार्य चल रहा था. इधर ग्रामीण इस जमीन का घेराव करने का विरोध कर रहे थे. इसी मामले ने तूल पकड़ लिया और देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. दोनों तरफ से ईंट और पत्थर चलने लगे. ग्रामीणों ने दूसरे पक्ष की एक कार सहित कई मोटरसाइकिल को तहस-नहस कर दिया. मामले की सूचना किसी तरह बरवा अड्डा थाने को मिली तो मौके पर पुलिस पहुंची. इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिस के साथ भी मारपीट की. एएसआई उदय तिवारी और उनके साथ पहुंची फोर्स को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया.
पुलिस पर ग्रामीणों का आरोपः ईटीवी भारत से बात करते हुए एएसआई उदय तिवारी ने बताया कि बड़े ही मुश्किल से आज ग्रामीणों से अपनी जान बचाई. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों का आरोप है कि जिस फुटबॉल ग्राउंड पर चाहरदीवारी का निर्माण हो रहा है, वह एक सरकारी जमीन है. हमारे पूर्वज भी इस फुटबॉल ग्राउंड पर खेलते आ रहे थे. कुछ दबंगों द्वारा जमीन को घेरने का प्रयास किया जा रहा है और एएसआई उदय तिवारी इस मामले में दबंगों का पक्ष ले रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस को जमीन माफिया द्वारा पैसा खिलाया गया है. ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आधी रात को पुलिस आकर घर में महिलाओं को परेशान कर रही है.
वहीं इस पूरे मामले में एएसआई उदय तिवारी ने बताया कि पूर्व में भी इस मामले में थाने में मामला दर्ज किया गया है और मामले के अनुसंधान के लिए पुलिस ग्रामीणों से पूछताछ करने जरूर आई है. वह इस मामले के अनुसंधानकर्ता हैं. ग्रामीणों द्वारा लगाया गया सारा आरोप बेबुनियाद है. उन्होंने बताया कि आज ग्रामीणों द्वारा पुलिस फोर्स के साथ भी मारपीट की गई है. उन्होंने कहा कि आगे कानून के अनुसार इस पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी.