धनबादः कोयलानगरी धनबाद, जो पूरे देश को अपने खनिज से राजस्व प्रदान कर रहा है. रेलगाड़ियों में भरकर धड़ाधड़ कोयला कई राज्यों को भेजा जा रहा है. लेकिन कोयले की अंधाधुंध निकासी में किसी ने ये देखने की जहमत नहीं उठाई कि इससे धरती कितनी और कहां तक खोखली हो रही है और इससे क्या नुकसान है. इस कारण आज धनबाद के निरसा से गुजरने वाली हावड़ा नई दिल्ली रेल लाइन डेंजर जोन में है. ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट से समझिये पूरी कहानी.
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कोलांचल धनबाद के निरसा विधानसभा क्षेत्र से गुजरने वाली हावड़ा नई दिल्ली रेल मार्ग इन दिनों डेंजर जोन में है. यहां कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो कई जिंदगियां काल के गाल में समा सकती हैं. ये आने वाले खतरे की घंटी मात्र नहीं, एक चेतावनी है. क्योंकि निरसा विधानसभा के ईसीएल मुगमा क्षेत्र में कापासारा आउट सोर्सिंग इन दिनों ईसीएल द्वारा प्राइवेट कंपनियों के माध्यम से कोयले की निकासी की जा रही है. साथ ही साथ कापासारा में अवैध उत्खनन भी जारी है.
भीतर से खोखली हो रही जमीनः यहां से कोयला इस कदर गोफ बनाकर निकाला जा रहा है कि नीचे की जमीन पूरी खोखली होती जा रही है और ऊपर की परत कमजोर पड़ रही है. इससे भी बड़ा खतरा इस बात को लेकर है कि इस खदान एरिया से महज 50 मीटर की दूरी पर हावड़ा नई दिल्ली रेल मार्ग गुजरी है. इस रेलवे ट्रैक से प्रतिदिन मालगाड़ी से लेकर, लोकल और कई एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती है. अगर इसी रफ्तार से ईसीएल द्वारा कोयला लगातार निकाला गया या अवैध खनन पर लगाम नहीं लगाया तो यहां किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता.
इस मुद्दे को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि रंजन कुमार सिंह ने रेल विभाग, ईसीएल प्रबंधक और अंचलाधिकारी को पत्रचार के माध्यम से आगत कराया है. रेल विभाग द्वारा भी इस स्थल का निरीक्षण किया गया पर अब तक इसकी रोकथाम के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गयी है.
विधायक ने शासन प्रशासन पर साधा निशानाः इस मुद्दे पर ईटीवी भारत की टीम ने निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता से बात की. उन्होंने सीधे-सीधे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ईसीएल और प्रशासन की मिलीभगत से निरसा में दर्जनों अवैध उत्खनन चलाई जा रही हैं. निरसा में आए दिन अवैध उत्खनन के कारण मौतें हो रही हैं, कोलियरी के आसपास रहने वाले लोगों के घरों में दरारें पड़ रहे हैं. लेकिन ईसीएल, प्रशासन और राज्य सरकार खामोश है, शायद उन्हें बड़ी घटना होने का इंतजार है. निरसा विधायक ने कहा कि झारखंड सरकार और जिला प्रशासन से मांग करती हूं कि हमारे निरसा विधानसभा को बचा लीजिए.
इस मुद्दे पर जब एग्यारकुंड अंचलाधिकारी अमृता कुमारी से जानना चाहता उन्होंने कहा कि इस बाबत मुझे कोई जानकारी नहीं है. अगर ऐसी बात है तो मुगमा एरिया के ईसीएल प्रबंधक से वार्ता कर जल्द से जल्द ठोस कदम उठाया जाएगा, अवैध उत्खनन किसी हाल में चलने नहीं दिया जाएगा.
खतरा वाजिब हैः मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग के उत्तर और दक्षिण दिशा में खनन कर कोयले की निकासी की गई है. दोनों दिशा के बीच में ही हावड़ा नई दिल्ली रेल मार्ग है, एक ओर दक्षिण दिशा में मुगमा रेलवे स्टेशन और बंद पड़े वर्ण स्टेन्डेड कारखाना के समीप से अवैध कोयले की निकासी की जा चुकी है. जहां ईसीएल और प्रसाशन द्वारा कुछ स्थानों पर जमीन की भरायी कराई गयी है. लेकिन आज भी चोरी चुपके यहां पर अवैध उखनन जारी है, जिससे यहां जमीन अंदर से खोखली और ऊपर से परत कमजोर हो रही है. अब सवाल यह है कि अगर भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना घटती हैं इसका जिम्मेदार कौन होगा?
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