धनबाद: जिले के निजी अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग की टीम झरिया के डिगवाडीह स्थित दास सेवा क्लीनिक में जांच लिए पहुंची थी. स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने पर नर्सिंग होम के कर्मियों के बीच अफरा-तफरी मच गई. डॉक्टर ऑपरेशन छोड़कर भाग गए.
स्वास्थ्य विभाग की टीम को देख ना सिर्फ डॉक्टर बल्कि नर्सिंग होम के स्टाफ भी मौके से फरार हो गए है. यही नहीं ऑपरेशन थिएटर के टेबल पर पड़े एक मरीज को छोड़कर डॉक्टर मौके से फरार हो गए. स्वास्थ्य विभाग की टीम उस डॉक्टर से जानकारी लेनी चाही, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम को देख डॉक्टर कार में बैठे और मौके से निकल गए.
विभाग की टीम ने क्या देखा: स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल अधिकारियों ने कहा कि नर्सिंग होम में कोई भी डॉक्टर या फिर मेडिकल स्टाफ नहीं मिला है. जिससे मरीजों को दी जाने वाली दवाई या फिर उनके इलाज संबंधी जानकारी ली जा सके. कई कमियां यहां देखने को मिली है. जिस डॉक्टर ने सिजेरियन करने की तैयारी कर रखी थी, वही डॉक्टर एनेस्थीसिया भी करते पाए गए.
विभाग की टीम को कोई भी स्टाफ यहां नहीं मिला है. नर्सिंग होम के मालिक भी सामने नहीं आए. तीन मरीज यहां एडमिट हैं. किसी तरह इनका इलाज चल रहा है. कौन डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं, यह भी जानकारी नहीं है. मौके पर एक डॉक्टर ऑपरेशन कर रहे थे. नाम पूछने के पर नहीं बताया और ना ही कोई जानकारी दी. ऑपरेशन छोड़कर वो निकल गए. टीम ने कहा कि यहां इलाज कराने वाले मरीजों की जान सुरक्षित नहीं है. ऑपरेशन वाले मरीजों को आईसीयू वार्ड की जरूरत पड़ती है. लेकिन नर्सिंग होम में आईसीयू वार्ड ही नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि मनमंत कुमार नर्सिंग होम के मालिक हैं.