धनबाद: कोयलांचल के विभिन्न स्थानों में दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है. धनबाद, झरिया, निरसा, चिरकुंडा, कतरास, गोविंदपुर समेत अन्य स्थानों में एक से बढ़कर एक भव्य आकर्षक पूजा पंडाल बनाए गए हैं. मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. वहीं कतरास में गुजराती समाज ने रास गरबा डांडिया महोत्सव का आयोजन किया.
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108 साल से गुजरती समाज मना रहे नवरात्रि: कोयलांचल में पिछले लगभग 108 साल से गुजरती समाज नवरात्रि महोत्सव मनाते आ रहे है. कतरास सहित आस-पास के रहने वाले गुजराती समाज के दर्जनों लोग नवरात्रि महोत्सव पर एक स्थान पर जमा होते हैं. कतरास गुजराती मोहल्ला स्थित गुजराती समाज द्वारा धर्मशाला में रास गरबा डांडिया नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया. 10 दिनों तक यह आयोजन गुजराती समाज द्वारा किया जाता है. गुजराती समाज के महिला पुरुष गुजराती परिधान में इसमें शामिल होते है और गरबा करते हैं.
गुजराती लोक गीतों की बहारः कतरास के गुजराती मोहल्ला का गरबी चौक गरबा और डांडिया नृत्य लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहता है. नवरात्रि शुरू होते ही डांडिया की खनक सुनाई देने लगती है. बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिला-पुरुष पारंपरिक गुजरती परिधानों से सुसज्जित होकर रास गरबा नृत्य करते हैं. रात भर गुजराती समाज के लोग गुजराती गीतों पर जमकर थिरकते हैं.
वहीं गुजराती समाज के लोगों ने कहा है कि 108 वर्षो से नवरात्रि के अवसर पर मां अंबे की पूजा अर्चना करते आए है. इस मौके पर 10 दिनों तक रास गरबा डांडिया का आयोजन किया जा रहा है. बताया कि जिस तरह मां अंबे की गरबी घूमती हैं, उसी तरह से हमलोग भी मां की परिक्रमा करते हुए माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.