धनबाद: चक्रवाती तूफान गुलाब की वजह से लगातार दो दिनों तक भारी बारिश होती रही. इस बारिश के कारण गोविंदपुर इलाके में दर्जनों मकान ध्वस्त हो गए. बेघर हुए लोगों को न रहने का ठिकाना है और न खाने की सुविधा. स्थिति यह है कि लोग भूखे रहने को मजबूर हैं. लोगों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
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बारिश की वजह से जिन लोगों का मकान ध्वस्त हुआ है, उनका मकान मिट्टी का था. इन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का भी लाभ नहीं मिला है. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से सभी सीओ को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने प्रखंड में हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट सौंपे, ताकि लोगों को मदद पहुंचाई जा सके.
एक दर्जन मकान ध्वस्त
चक्रवाती तूफान गुलाब की वजह से गोविंदपुर प्रखंड के खीलकनाली गांव में लगभग दर्जन भर कच्चे मकान ध्वस्त हो गए. इसके साथ ही अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में कई स्थानों पर भू-धंसान की घटना घटी. इसका असर कोयला खदानों पर भी असर देखने को मिला.
जामताड़ा को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त
जिले में लगातार हुई बारिश से नदी, तालाब और जलाशय भरे हुए हैं. नदियों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. धनबाद से जामताड़ा को जोड़ने वाली बराकर नदी के बेजड़ा घाट पुल में दरार भी आ गया है, जिससे आवाजाही बंद हो है. इससे लोगों को 30 किलोमीटर अधिक दूरी का सफर करना पड़ रहा है.
आकलन रिपोर्ट के बाद पहुंचाई जाएगी मदद
तूफान पीड़िता विभा देवी और पपीता देवी ने बताया कि घर टूट गया है और खुले आसमान में रहने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों की बारिश में सब कुछ नुकसान बह गया है. अब भूखे रहने को मजबूर हैं. एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी ने कहा कि जिले के सभी सीओ को नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है. आकलन रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवार को जिला प्रशासन की ओर से मदद पहुंचाई जाएगी.