धनबाद: जिला एवं सत्र न्यायाधीश (District and Sessions Judge) अष्टम उत्तम आनंद (Judge Uttam Anand) हर दिन की तरह बुधवार को भी मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. इसी दौरान एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गए. एक ऑटो चालक ने उन्हें SNMMCH पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें उन्हें एक ऑटो टक्कर मारते दिख रहा है. उत्तम आनंद चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे.
इसे भी पढ़ें: धनबाद में कोल व्यवसायी के घर पर बमबाजी, पुराने विवाद में वारदात की आशंका
जानकारी के अनुसार हर सुबह उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते थे. रणधीर वर्मा चौक स्थित जज आवास से गोल्फ ग्राउंड तक वे मॉर्निंग वॉक करते थे. बुधवार को भी सुबह वह वॉक के लिए निकले थे, लेकिन सुबह सात बजे तक वह वापस नहीं लौटे, जिसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई, जिसके बाद उनकी तलाश शुरू की गई. सदर थाना की पुलिस को SNMMCH में एक लावारिस शव पड़े होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची. न्यायाधीश के बॉडीगार्ड ने शव की पहचान की. उत्तम आनंद के सिर पर गहरे जख्म हैं, साथ ही कान से खून बह रहा था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस छानबीन में जुट गई है.
चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे उत्तम आनंद
न्यायाधीश उत्तम आनंद ने छह महीने पहले ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश अष्टम के पद पर ज्वाइन किया था. इससे पहले वे बोकारो के जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे. चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई न्यायाधीश उत्तम आनंद कर रहे थे. रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. कुछ दिन पहले ही शूटर अभिनव सिंह और अमन का गुर्गा रवि ठाकुर की जमानत याचिका उन्होंने खारिज कर दी थी. आशंका जताई जा रही है कि रंजय सिंह हत्याकांड मामले में ही उनकी हत्या की गई है.
इसे भी पढे़ं: Neeraj Singh Murder Case: पूर्व विधायक संजीव सिंह ने झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मांगा 50 लाख रुपये मुआवजा
2017 में हुई थी रंजय सिंह की हत्या
झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के करीबी माने जाने वाले रंजय सिंह की हत्या 29 जनवरी 2017 में धनबाद-गोविंदपुर मुख्य मार्ग पर चाणक्य नगर के मुख्य दरवाजे पर शाम में लगभग 5:30 बजे कर दी गई थी. माना जा रहा है कि इसी के प्रतिशोध में 21 मार्च 2017 को डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या की गई थी. नीरज सिंह की हत्या स्टील गेट के पास कोयला भवन जाने वाले मुख्य चौराहे पर धनबाद- गोविंदपुर मुख्य मार्ग पर हुई थी. इस हत्याकांड में नीरज सिंह सहित चार लोगों की मौत हुई थी.