धनबाद: बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के नया बाजार के रहनेवाले कोयला कारोबारी शाहबाज सिद्दकी उर्फ बबलू की मौत, हत्या नहीं बल्कि हादसा (Death of Coal Trader Not Murder But Accident) था. यह दावा धनबाद पुलिस ने की है. अबतक शाहबाज को गोली मारकर हत्या करने की बात चर्चा में थी. लेकिन धनबाद पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले पटाक्षेप कर दिया है.
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पुलिस का कहना है कि शाहबाज की गोली मारकर हत्या नहीं की गई है. बल्कि उसके एक साथी अनिल यादव द्वारा कवर में पिस्टल रखने के दौरान ट्रिगर दब गई, और गोली शाहबाज को लग गई. जिस कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है.
बैंक मोड़ थाना में विधि व्यवस्था डीएसपी अरबिंद कुमार बिन्हा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि लिट्टी मुर्गा की पार्टी कर शाहबाज अपने दोस्त अनिल यादव के साथ स्कॉर्पियो से चाय पीने के लिए निकल रहे थे. स्कॉर्पियो में बैठने के बाद शाहबाज ने अपनी लोडेड पिस्टल अनिल को रखने के लिए दिया था. पिस्टल रखने के दौरान ही ट्रिगर दब गई और गोली शाहबाज को जाकर लग गई.
लोगों के द्वारा शाहबाज को सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद अनिल ने खुद को पिस्टल के साथ पुलिस को सरेंडर कर दिया. पुलिस अवैध कोयले में पैसे की लेनदेन और रंगदारी जैसी बातों से साफ इनकार किया है. पुलिस के अनुसार यह घटना सिर्फ हादसा है. पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी जांच पड़ताल कर रही है. वहीं आरोपी अनिल यादव ने कहा कि शाहबाज ने सीट के कवर में पिस्टल रखने को कहा था. सीट कवर में रखने के दौरान ही पिस्टल फायरिंग हो गई और गोली शाहबाज को लग गई.
पुलिस के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर उतर आए और रोड जाम कर दिया. डीएसपी के बयान के बाद लोगों में आक्रोश था. थाना प्रभारी ने कहा की प्रथम दृष्टया दिया गया बयान है, लेकिन हर दृष्टिकोण पर होगी जांच. थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद जाम हटा.