धनबादः राज्य में कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा है. प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. कोरोना महामारी को लेकर प्रशासन एक ओर सभी आवश्यक कदम उठा रहा है, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है.
दरअसल कोरोना की रोकथाम के लिए कोविड 19 अस्पताल, जिसे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया है, ताकि मरीजों को तुरंत उपचार मिल सके, लेकिन यहां तैनात डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी से दूर भाग रहे हैं.
जानकारी के अनुसार यहां ड्यूटी में लगे लोग किसी तरह से मुक्ति पाना चाहते हैं. डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ समेत कुल 28 लोगों ने इसके लिए आवेदन दिए हैं.
आवेदन के माध्यम से लोगों ने अपनी तकलीफों को बताते हुए ड्यूटी न करने की बात कही है. किसी के घर में छोटे बच्चे हैं, तो किसी की तबीयत खराब चल रही है.
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कुछ ऐसे ही कारणों को बताकर कोविड 19 अस्पताल में ड्यूटी न करने की ये बात कर रहे हैं. इन आवेदनों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया.
चार आवेदकों की बोर्ड में जांच की गई, जिसमें तीन आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया है. किडनी की बीमारी से ग्रसित एक आवेदक को कोविड 19 अस्पताल में नहीं लगाने की अनुशंसा की गई है.