धनबादः सोमवार को धनबाद के एसएमएमएमसीएच के एनआईसीयू में तीन नवजात की मौत हो गई थी. नवजात बच्चों के लिए एक ही वेंटिलेटर थे, जो एक दिन पहले यानी रविवार को ही खराब हो गई थी. डीसी वरुण रंजन ने यह बातें मीडिया से कही हैं.
इसे भी पढ़ें- SNMMCH में तीन नवजात की मौत के बाद भी नहीं खुली प्रबंधन की नींद, NICU में एक वार्मर पर तीन-तीन बच्चों का चल रहा इलाज
गुरुवार को डीसी ने एसएमएमएमसीएच का दौरा किया और अधिकारियों से मिलकर हालात का जायजा लिया. डीसी ने कहा कि 6 महीने तक के बच्चों के लिए अलग वेंटिलेटर होती है, जो अस्पताल में एक ही था, यह वेंटिलेटर रविवार को ही खराब हो गई थी. डीसी की बातों से साफ पता चलता है कि सोमवार को एनआईसीयू में भर्ती तीन नवजात की मौत वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं मिलने के कारण हुई है.
धनबाद डीसी वरुण रंजन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि भविष्य में परेशानी ना उठानी पड़ी. इसके साथ ही सभी विभागों में एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, जो हर दिन सभी मेडिकल उपकरणों की जांच कर उनकी रिपोर्ट तैयार करेंगे, प्रत्येक सप्ताह उस रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी. एसएनएमएमसीएच के नोडल अधिकारी सह एडीएम लॉ एंड ऑर्डर उस रिपोर्ट की सप्ताहिक समीक्षा करेंगे.
डीसी ने आगे कहा कि इसके साथ ही एनआईसीयू में बेड वॉर्मर की कमी है. जिस पर एक साथ दो या तीन बच्चों का इलाज चल रहा है, उसे भी दुरुस्त किया जा रहा है. वॉर्मर मशीन की खरीदारी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जल्द ही ये वॉर्मर मशीनें अस्पताल पहुंच जाएगी. इसके साथ ही अस्पताल में जो भी कमियां हैं, उनकी एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है, रिपोर्ट के आधार पर जिला में आई फंड से उन कमियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
सोमवार को हुई तीन नवजात पर डीसी ने कहा कि उन्हें अंतिम समय में यहां लाया गया था, उन्हें बाहर से लाकर यहां भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हुए. बता दें कि एसएनएमएमसीएच के एनआईसीयू वार्ड में सोमवार को तीन नवजात की मौत हुई थी. इनके परिजन गिरिडीह, दुमका और जामताड़ा के रहने वाले थे.