धनबादः राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होते ही नगर निगम चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. जिला प्रशासन और चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अपने-अपने स्तर से तैयारी में जुट गए हैं.
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करीब एक साल बाद सरकार ने नगर निकाय चुनाव को हरी झंडी दे दी है. हालांकि, अभी चुनाव की तारिख की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से नगर निगम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गी है. इसको लेकर धनबाद नगर निगम में 55 वार्डों के लिए 900 से अधिक मतदान केंद्र बनाया जाना है. इन मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है. इसके साथ ही निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो, इसको लेकर राज्य प्रशासनिक सेवा के योग्य पदाधिकारियों का भी चयन किया जा रहा है.
सितंबर-अक्टूबर में चुनाव की संभावना
जून 2020 में कार्यकाल पूरा करने वाले धनबाद नगर निगम बोर्ड के फिर से गठन की सहमति राज्य सरकार ने दे दी है. संभावना है कि सितंबर-अक्टूबर में निकाय चुनाव हो. इसको लेकर प्रशासन की ओर से मतदान केंद्रों का सत्यापन और मतदाता सूची के विखंडीकरण का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है. उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने बताया कि मतदाता सूची के विखंडीकरण का काम काफी ध्यान से किया जा रहा है, ताकि एक वार्ड के मतदाता का नाम दूसरे वार्ड में मैपिंग ना हो जाए.
राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी रिपोर्ट
उपायुक्त ने कहा कि 26 जून को एसएसपी और अन्य अधिकारियों के साथ वज्रगृह का निरीक्षण किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जायेगी. इसके साथ ही चुनाव कराने वाले अधिकारियों की सूची भी शीघ्र भेज दी जाएगी.
नाले में बैठकर आंदोलन
प्रशासनिक तैयारी के साथ साथ संभावित प्रत्याशी भी चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी जनता को लुभाने के साथ साथ गोलबंद करना शुरू कर दिए हैं. वहीं, वार्ड संख्या-14 के निर्वतमान पार्षद रंजीत कुमार नाला निर्माण की मांग को लेकर नाले में बैठकर आंदोलन करने लगे, ताकि वार्ड के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सके. वार्ड पार्षद रंजीत कुमार कहते हैं कि नाला निर्माण को लेकर कई बार पत्र लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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जनहित की योजना पर नहीं हो रहा काम
वार्ड संख्या-27 के निवर्तमान पार्षद कुमार अंकेश राज पार्षद के चुनाव के बदले मेयर का चुनाव लड़ना चाहते हैं. कुमार अंकेश राज कहते हैं कि जनहित की योजनाएं समय से पूरी नहीं होती हैं, जिसका खामियाजा धनबाद निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मेयर बनने के बाद सिर्फ और सिर्फ जनहित की योजना पूरी की जाएगी.