धनबाद: पूरे देश में दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों से चल रही है. क्षेत्र में जगह-जगह पूज पंडाल और मूर्ति निर्माण में कारीगर जुटे हैं. वहीं कुछ ऐसे जगह भी हैं जहां दुर्गा पूजा का आयोजन काफी पहले से होता आ रहा है. ऐसी ही एक जगह है निरसा प्रखंड का संबंधपुर. यहां पिछले 261 सालों से दुर्गा पूजा की जा रही है.
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वर्षों से हो रहे इस आयोजन पर स्थानीय लोगों का कहना है कि पंडरा राज परिवार वालों के द्वारा गांव में भव्य पूजा होती आ रही है. संबंधपुर के राजा शिव नारायण सिंह के द्वारा इस पूजा को प्रारंभ किया गया था. तब से लेकर आज तक राज परिवार के सातवें वंशजों के द्वारा इस पूजा को किया जा रहा है. वर्तमान समय में द्वारिका प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी सीता रानी देवी की देख-रेख में पूजा का आयोजन किया जाता है. जिसमें ग्रामीणों का भी काफी सहयोग रहता है.
जब इस संबंध में राज परिवार की सातवीं पीढ़ी के द्वारिका सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान महाअष्टमी और महानवमी के बीच होने वाली संधि पूजा का विशेष महत्व है. उन्होंने आगे कहा कि दैविक शक्ति है कि दुर्गा पूजा की आराधना में जो भी भक्त आस्था से मन्नत मांगते हैं उनकी मुरादें पूरी होती हैं. जिसे मां का चमत्कार माना जाता है. दूर-दराज से भारी संख्या में लोग इस पूजा में उपस्थित होते हैं और मन्नत मांगते हैं. इस अवसर पर गांव में एक दिवसीय मेले का भी आयोजन किया जाता है. यह परंपरा सदियों से चलती आ रही है.