धनबाद: इलाज के दौरान टाटा जामाडोबा से रिटायर्ड 65 वर्षीय कर्मी गंगा तुरी की मौत हो गई. कर्मी का इलाज जामाडोबा अस्पताल में चल रहा था. शव के अंतिम संस्कार को लेकर मृतक के बेटे और उसकी दूसरी पत्नी शांति देवी के बीच विवाद हो गया, जिसके कारण शव चार दिनों तक अस्पताल के शवगृह में ही पड़ा रहा. प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले का निपटारा किया गया.
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दाह-संस्तार को लेकर हुआ झमेला
मृतक की दूसरी पत्नी शांति देवी का कहना है कि पाथर बंगला के रहने वाले उसके सौतेले बेटे जगन्नाथ तुरी ने अपने पिता को घर से मारपीट कर बाहर निकाल दिया था. पिता की संपत्ति हड़पने के लोभ में वह दाह संस्कार करना चाहता था. इसी कारण शव लेने के लिए उसने प्रपंच रचा है. शांति देवी की ओर से मामले की शिकायत पुलिस के वरीय अधिकारियों से की गई, जिसके बाद एसडीएम के आदेश पर जोड़ापोखर थाना में सौतेले बेटे जगन्नाथ और शांति देवी के बीच झरिया सीओ राजेश कुमार ने समझौता किया. इसके तहत मृतक की दूसरी पत्नी शांति देवी को शव दाह संस्कार के लिए सौंपा गया.